अनुच्छेद 370: महबूबा पुस्तकें पढ़ ज्ञान बढ़ा रहीं, उमर अब्दुल्ला वीडियो गेम खेल रणनीति बनाने में जुटे!
By सुरेश डुग्गर | Published: August 18, 2019 06:14 PM2019-08-18T18:14:26+5:302019-08-18T18:14:26+5:30
जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लगभग अब 12 दिन हो गए हैं। पहले दोनों को एक साथ एक ही गेस्ट हाउस में ठहराया गया था। लेकिन, दोनों के बीच हुए झगड़े के बाद उन्हें अलग-अलग रखा गया है।
अगर जम्मू कश्मीर के अधिकारियों पर विश्वास करें तो पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पिछले 12 दिनों से अस्थाई जेल में पुस्तकें पढ़ कर अपना ज्ञान बढ़ा रही हैं और एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी अस्थाई जेल में वीडियो गेम खेल कर रणनीति बनाने में जुटे हैं।
फिलहाल संचार माध्यमों के बलैकआउट के कारण इन खबरों की स्वतंत्र सूत्रों से पुष्टि नहीं हो सकी है।
जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लगभग अब 12 दिन हो गए हैं। पहले दोनों को एक साथ एक ही गेस्ट हाउस में ठहराया गया था। लेकिन, दोनों के बीच हुए झगड़े के बाद उन्हें अलग-अलग रखा गया है। सूत्रों का कहना है कि उमर अब्दुल्ला वीडियो गेम और महबूबा मुफ्ती पुस्तकें पढ़कर अपना समय काट रहे हैं।
पहले अब्दुल्ला और मुफ्ती को श्रीनगर के हरि निवास पैलेस में रखा गया था, लेकिन बाद में 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद दोनों अलग-अलग स्थानों पर भेज दिया गया। फिलहाल, उमर अब्दुल्ला अपना समय वीडियो गेम खेलने में बिता रहे हैं, जबकि मुफ्ती प्रार्थना और किताबें पढ़कर खुद को व्यस्त रखे हुए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उमर अब्दुल्ला को हिरासत के दौरान हॉलिवुड फिल्मों की डीवीडी दी गई है। साथ ही उन्हें निवास के अंदर ही मॉर्निंग वॉक की अनुमति दी गई है। दरअसल उमर अब्दुल्ला एक तकनीक प्रेमी राजनीतिज्ञ हैं, सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स है।
4 अगस्त को घर में नजरबंद होने से पहले, उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि मेरा मानना है कि मुझे आज आधी रात से घर में नजरबंद रखा जा रहा है और यह प्रक्रिया अन्य मुख्यधारा के नेताओं के लिए शुरू हो चुकी है। यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है। अल्लाह हमें बचाए।
एक रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि उमर अब्दुल्ला ने जब वीडियो गेम की मांग की तो पहले तो उनकी मांग पूरी करने से इनकार कर दिया गया। क्योंकि कई वीडियो गेम खेलने के लिए इंटरनेट की जरुरत होती है। जब उन्होंने कहा कि वह वीडियों गेम का पूराना वर्जन ही खेल लेंगे इसके बाद उन्हें वीडियो गेम दिया गया।