'कश्मीर', 'अनुच्छेद 370' सर्च करनेवालों की पहचान करेगा गूगल
By संतोष ठाकुर | Published: August 14, 2019 08:31 AM2019-08-14T08:31:26+5:302019-08-14T08:42:12+5:30
सरकार ने गूगल से कहा है कि वो लगातार अनुच्छेद 370, जम्मू-कश्मीर को लेकर सर्च करनेवाले लोगों के सक्रियता की निगरानी कर उन डिवाइस-उपकरण को चिह्नित करने का कार्य करे जो निश्चित अवधि से अधिक समय तक इन विषयों पर लगातार गूगल सर्च कर रहे हैं.
नई दिल्ली कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद लोगों को भड़काने वाले संदेश दे रहे करीब एक दर्जन से अधिक ट्िविटर हैंडल को बंद करने के बाद सरकार अब गूगल पर अनुच्छेद 370 और कश्मीर को लेकर सर्च करनेवाले लोगों की समीक्षा कर उनकी पहचान करने की तैयारी में है.
इस विषय पर सर्च करनेवाले ऐसे डिवाइस (कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल) की पहचान की जाएगी जो जम्मू-कश्मीर के साथ ही देश के बाहर से सक्रिय है. सरकार का आकलन है कि कुछ खास संगठन देश के बाहर से गूगल सर्च की मदद से अनावश्यक रूप से इस मसले पर लोगों की भावना भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, इस मसले पर सरकार ने मंगलवार को गूगल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात की, उन्हें सैयद अली गिलानी सहित एक दर्जन अन्य ऐसे ट्विटर हैंडल को बंद कर दिया गया है जो अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर लोगों की भावना भड़काने का काम कर रहे थे. सरकार को जानकारी भी मिली है कि गूगल सर्च से आपत्तिजनक सामग्री ढूंढकर कुछ देशविरोधी तत्व और संगठन लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं, इसमें कश्मीर के साथ ही पाकिस्तान के भी कुछ खास संगठन सक्रिय हैं.
सरकार ने गूगल से कहा है कि वो लगातार अनुच्छेद 370, जम्मू-कश्मीर को लेकर सर्च करनेवाले लोगों के सक्रियता की निगरानी कर उन डिवाइस-उपकरण को चिह्नित करने का कार्य करे जो निश्चित अवधि से अधिक समय तक इन विषयों पर लगातार गूगल सर्च कर रहे हैं.
गूगल ने सरकार को किया आश्वस्त गूगल ने सरकार को आश्वस्त किया है कि वह अनुच्छेद 370, जम्मू-कश्मीर सहित दो दर्जन से अधिक की-बर्ड के सहारे इन विषयों पर सर्च करनेवाले संदिग्ध एक्टिविटी की पहचान करेगें और उससे सरकार को अवगत कराएंगे. वह भारत विरोधी शब्दों और सामग्री को सर्च करने वाले सभी डिवाइस का लगातार निगरानी करेगा.