जम्मू-कश्मीर: कोरोना के घटते मामलों के बीच अमरनाथ यात्रा पर असमंजस की स्थिति बरकरार
By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 7, 2021 03:36 PM2021-06-07T15:36:27+5:302021-06-07T15:38:26+5:30
पूरे देश के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में भी कोरोना के मामले कम हो रहे हैं। ऐसे में अमरनाथ यात्रा को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं। यात्रा को लेकर कुछ तैयारी भी जारी है।
जम्मू: इस साल की अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिए जाने की जारी अटकलों पर अभी अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड द्वारा कोई पुष्टि नहीं की गई है। साथ ही इसका खंडन भी नहीं किया गया है। नतीजतन इस बार की अमरनाथ यात्रा पर असमंजस अभी भी बरकरार है।
दरअसल उप राज्यपाल ने रविवार को दिल्ली में गृहमंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की थी जिसमें अमरनाथ यात्रा के प्रति भी चर्चा की गई थी। लेकिन, अधिकारियों के मुताबिक, इसमें अमरनाथ यात्रा को आरंभ करने या फिर रद्द करने के प्रति कोई निर्णय नहीं लिया गया था।
इन अधिकारियों का कहना है कि अमरनाथ यात्रा के प्रति कोई भी निर्णय अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक के बाद ही लिया जाना है।
कोरोना के घटते मामलों से बढ़ी अमरनाथ यात्रियों की उम्मीद
इतना जरूर है कि प्रदेश में कोरोना के मामले घटने लगे हैं। अमरनाथ यात्रा में शिरकत करने वालों के लिए खुशी की बात यह है कि सेना ने भी अमरनाथ यात्रा के लिए हरी झंडी दे दी है। यही नहीं गंदरबल व अनंतनाग प्रशासन ने उन सभी लोगों को जल्द से जल्द वेक्सीनेशन करवाने का निर्देश दिया था जो यात्रा की व्यवस्था से जुड़े होते हैं।
इन घटनाक्रमों से अमरनाथ यात्रा के शुरू होने की उम्मीद तो बढ़ी है पर प्रदेश सरकार व अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड की ओर से कोई संकेत अभी तक नहीं दिया गया है। इस बार यात्रा के 28 जून को आरंभ होकर 22 जून तक करीब दो महीनों तक चलना है।
यह सच है कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण अमरनाथ यात्रा के लिए किसी भी मार्ग पर व्यवस्थाएं अभी तक आरंभ ही नहीं हो पाई हैं। न ही यात्रा पंजीकरण हो सका है। ऑनलाइन यात्रा पंजीकरण को 5-6 दिनों के बाद बंद कर दिया गया था।
हालांकि अब सेना अमरनाथ यात्रा के लिए अपने आपको तैयार बता रही है। साथ ही कश्मीर में उन लोगों को जल्द वेक्सीन लगवा लेने के निर्देश जारी किए गए हैं जो अमरनाथ यात्रा में टेंट लगाते हैं, लंगर लगाते हैं और पिट्ठू तथा खच्चरों की सेवाएं देते हैं। इन निर्देशों के बाद अमरनाथ यात्रा के प्रति उम्मीद जगने लगी है।