जम्मू कश्मीर: भारतीय सेना की कड़ी कारवाई से बौखलाई पाक सेना, तोड़ा सीजफायर
By सुरेश डुग्गर | Published: December 8, 2018 07:57 PM2018-12-08T19:57:03+5:302018-12-08T19:58:35+5:30
परसों पाक गोलाबारी का कल जब भारतीय पक्ष ने करारा जवाब दिया तो उसमें उसके कम से कम तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, दो अन्य घायल हो गए और सुंदरबनी सेक्टर के सामने वाले पाक इलाके में उसकी पांच पोस्टों को नेस्तनाबूद कर दिया गया था।
पाकिस्तान एलओसी पर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। पाक सेना ने शनिवार सुबह फिर सीजफायर को तोड़ते हुए सुंदरबनी सेक्टर के कई इलाकों में फायरिंग की। जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। जानकारी मिलने तक दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है। हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। अंतिम सूचना मिलने तक गोलीबारी अब भी जारी है।
इतना जरूर था कि परसों पाक गोलाबारी का कल जब भारतीय पक्ष ने करारा जवाब दिया तो उसमें उसके कम से कम तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, दो अन्य घायल हो गए और सुंदरबनी सेक्टर के सामने वाले पाक इलाके में उसकी पांच पोस्टों को नेस्तनाबूद कर दिया गया था।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना और बीएसएफ ने पाकिस्तान सेना के खिलाफ बड़ी प्रतिशोधपूर्ण कार्रवाई की, जिसने पहले युद्धविराम समझौते का उल्लंघन किया और सुंदरबनी क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सेना और बीएसएफ की चौकियों पर गोलाबारी और गोलीबारी की थी। जिसमें एक बीएसएफ जवान शहीद हो गया था और हमले में एक और घायल हो गया था।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय जवाबी कार्रवाई में, कम से कम तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और दो अन्य घायल हो गए क्योंकि उनकी पांच पोस्टें तबाह कर दी गई थीं। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ प्रतिशोधपूर्ण कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि उन्होंने पहले ब्रिगेड कमांडर स्तर पर दिए गए समझौते का उल्लंघन किया था। एलओसी पर शांति बनाए रखने और 2003 के युद्धविराम समझौते के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखने के लिए 23 नवंबर को पुंछ सेक्टर में चकन-दा-बाग में एक फ्लैग मीटिंग भी हुई थी।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिशोध के बाद सुंदरबनी क्षेत्र के विपरीत पाकिस्तानी शिविरों में मृत और घायल सैनिकों को एम्बुलेंसों द्वारा ले जाते हुए देखा गया था। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय कार्रवाई के बाद पाक तोपखाने कल शांत हुए थे और आज सुबह एक बार फिर उनके द्वारा गोलाबारी आरंभ कर दी गई जिसका भारतीय पक्ष भरपूर जवाब दे रहा है।
सूत्रों ने बताया कि 23 नवंबर को ब्रिगेड कमांडर स्तरीय फ्लैग मीटिंग के बाद पुंछ और राजौरी के जुड़वां सीमांत जिलों में एलओसी पर यह पहला बड़ा युद्धविराम उल्लंघन था, सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान को बहुत प्रभावी और मजबूत उत्तर दिया गया है।