जम्मू कश्मीर: कोरोना का हवाला देकर पीडीपी का युवा सम्मेलन रोका गया, महबूबा बोलीं- अधिकार छिनने के नए तरीके खोजे जा रहे
By विशाल कुमार | Published: December 12, 2021 03:25 PM2021-12-12T15:25:38+5:302021-12-12T15:28:26+5:30
पुलिस ने कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया और मार्ग पर किसी भी तरह की आवाजाही की अनुमति नहीं थी। पत्रकारों को भी कार्यक्रम स्थल की ओर जाने से रोक दिया गया। पीडीपी के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है।
श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को कोविड-19 पाबंदियों का हवाला देते हुए यहां रविवार को युवा सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई।
पार्टी की युवा शाखा का सम्मेलन यहां गुपकर रोड स्थित पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास 'फेयरव्यू' पर सुबह 11 बजे शुरू होने वाला था।
हालांकि, पुलिस ने कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया और मार्ग पर किसी भी तरह की आवाजाही की अनुमति नहीं थी। पत्रकारों को भी कार्यक्रम स्थल की ओर जाने से रोक दिया गया। पीडीपी के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है।
कार्यकारी मजिस्ट्रेट, प्रथम श्रेणी, दक्षिण श्रीनगर ने एक आदेश में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से प्राप्त रिपोर्ट और कोविड-19 पाबंदियों के मद्देनजर कहा, “पीडीपी को गुपकर में निर्धारित सम्मेलन के आयोजन की अनुमति नहीं देने का आदेश दिया जाता है।''
मजिस्ट्रेट ने संबंधित थाना प्रभारी को ''सुनिश्चित'' करने का निर्देश दिया कि ''सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना'' ऐसा कोई कार्यक्रम आयोजित न हो। पीडीपी प्रवक्ता नजम-उस-साकिब ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को मुफ्ती के आवास की ओर जाने से रोक दिया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि मुफ्ती के आवास पर सम्मेलन को विफल किए जाने के बाद पार्टी ने यहां शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास अपने मुख्यालय में इसे आयोजित करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने कार्यालय को भी सील कर दिया।
एक वीडियो संदेश में, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिवेशन उनके लिए अपनी पार्टी से जुड़े युवाओं से बात करने का एक साधन था और प्रशासन द्वारा इसे नाकाम किया गया है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को उनके अधिकारों से वंचित करने के नए तरीके खोजे जा रहे हैं। उन्हें लोकतांत्रिक साधनों से दूर रखना और उन्हें हिंसा के रास्ते पर धकेलना ताकि उनके (सरकार) के लिए युवाओं के साथ मारपीट करना और उन्हें कैद करना आसान हो जाए। कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि हमने हार नहीं मान नी, हमने घुटने नहीं इनके सामने।
मुफ्ती ने कहा कि अगर युवा अपना घर छोड़ देते हैं, तो वे या तो गोली या डंडों के शिकार हो जाते हैं या जेलों में डाल दिए जाते हैं।
पिछले रविवार को श्रीनगर में शेख अब्दुल्ला की जयंती पर नेशनल कांफ्रेंस ने अपना युवा सम्मेलन आयोजित करने के यह मामला सामने आया है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने भी कुपवाड़ा में एक बैठक आयोजित करने की अनुमति नहीं दिए जाने पर आपत्ति जताई है।