मौसम के कारण हिचकोले खाने लगी अमरनाथ यात्रा, ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के किए दर्शन
By सुरेश डुग्गर | Published: July 19, 2019 06:14 PM2019-07-19T18:14:58+5:302019-07-19T18:14:58+5:30
जम्मू कश्मीर में बारिश के बाद फिसलन की स्थिति की वजह से बालटाल मार्ग से अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को स्थगित कर दी गई जबकि थोड़े अंतराल के बाद पहलगाम मार्ग से यात्रा शुरू कर दी गई।
19 दिनों में नया रिकॉर्ड बना ढाई लाख की संख्या को पार करने वाली अमरनाथ यात्रा मौसम के कारण हिचकोले खाने लगी है। जबकि एक और श्रद्धालु की हुई मौत हो जाने से मरने वालों का आंकड़ा 17 हो गया है। जम्मू कश्मीर में बारिश के बाद फिसलन की स्थिति की वजह से बालटाल मार्ग से अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को स्थगित कर दी गई जबकि थोड़े अंतराल के बाद पहलगाम मार्ग से यात्रा शुरू कर दी गई। एक यात्रा अधिकारी ने बताया कि इस बीच जम्मू के भगवती नगर से महिलाओं और साधुओं सहित 3,627 तीर्थयात्री कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बलटाल और नुनवान आधार शिविरों के लिए रवाना हुए हैं।
उन्होंने बताया कि बालटाल आधार शिविर से तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई है क्योंकि इसके मार्ग पर बारिश के बाद फिसलन की स्थिति स्थिति उत्पन्न हो गई है। फिसलन की स्थिति रहने तक एहतियात के तौर पर किसी भी तीर्थयात्री को इस मार्ग से अमरनाथ गुफा जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसी तरह अमरनाथ गुफा से बलटाल के लिए किसी भी तीर्थयात्री को रवाना होने की अनुमति नहीं है। मौसम में सुधार होने पर तीर्थयात्रियों की इस मार्ग पर आवाजाही की अनुमति दे दी जाएगी। बारिश और फिसलन की वजह से आज सुबह पहलगाम मार्ग पर भी तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी लेकिन मौसम में सुधार होने और मार्ग का निरीक्षण करने के बाद यात्रा फिर शुरू कर दी गई।
उन्होंने बताया कि नुनवाल पहलगाम आधार शिविर से महिलाओं, बच्चों और साधुओं समेत तीर्थयात्रियों का नया जत्था यात्रा मार्ग के अंतिम ठहराव स्थल चंदनवाड़ी के लिए रवाना हो गया है। यात्रा अधिकारी के अनुसार तीर्थयात्रा के 18वें दिन 14,000 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए जबकि 19वें दिन भी दर्शन करने वालों की संख्या को मिला कर आंकड़ा अढ़ाई लाख को छूने लगा था।
इस बीच मध्य प्रदेश से आए एक शिव भक्त की पवित्र गुफा में हिमलिंग रूप में विराजमान भोले के दर्शन करने से पहले ही हृदयघात से मौत हो गई। मृतक की पहचान अभयजीग निवासी अकालियादिवास मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। आज सुबह ही वह बालटाल मार्ग से यात्रा करते हुए पवित्र गुफा के नजदीक पहुंचे थे। 19 दिनों में कुल 17 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।