जम्मू कश्मीर: आतंकी और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल 11 कर्मचारी बर्खास्त, आतंकवादी सलाहुद्दीन के दो बेटे भी शामिल
By अभिषेक पारीक | Published: July 10, 2021 07:45 PM2021-07-10T19:45:42+5:302021-07-10T22:04:49+5:30
जम्मू कश्मीर सरकार ने अपने 11 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इन कर्मचारियों पर कथित तौर पर आतंकवादी संगठनों के सहयोगी के रूप में काम करने का आरोप है।
जम्मू कश्मीर सरकार ने अपने 11 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इन कर्मचारियों पर कथित तौर पर आतंकवादी संगठनों के सहयोगी के रूप में काम करने का आरोप है। इनमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इन कर्मचारियों में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे भी शामिल हैं।
इन 11 कर्मचारियों में अनंतनाग से चार, बडगाम से तीन और बारामूला, श्रीनगर, पुलवामा तथा कुपवाड़ा से एक-एक हैं। आरोपी कर्मचारियों को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 311 (2)(सी) के तहत बर्खास्त किया गया है। इस अनुच्छेद के तहत किसी भी तरह की जांच नहीं की जाती है।
अधिकारियों ने बताया कि बर्खास्त किये गये 11 कर्मचारियों में से चार शिक्षा विभाग में हैं। वहीं दो कर्मचारी जम्मू कश्मीर पुलिस में काम करते हैं। जबकि कृषि, कौशल विकास, बिजली, स्वास्थ्य विभाग तथा एसकेआईएमएस (शेर ए कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में से एक-एक कर्मचारी कार्यरत था।
इनमें से अनंतनाग जिले के दो शिक्षक जमात इस्लामी और दुख्तरन ए मिल्लत की विचारधारा का समर्थन और प्रचार के साथ ही देश विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए। वहीं पुलिसकर्मियों पर आतंकवादियों को जानकारी और मदद मुहैया कराने का आरोप है। इनमें से एक कांस्टेबल अब्दुल राशिद शिगन ने तो खुद सुरक्षाबलों पर हमले किए।
हम आपको बता दें कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के दो साल अगस्त में पूरे हो रहे हैं। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था।