जम्मू-कश्मीर: आतंकियों ने अब इन दो दोनों जिलों को बनाया नया निशाना, जानें मामला
By सुरेश एस डुग्गर | Published: January 9, 2023 02:53 PM2023-01-09T14:53:58+5:302023-01-09T14:55:08+5:30
राजौरी व पुंछ जिलों को दहलाने की खातिर जहां पाकिस्तान सेना एलओसी पर घुसपैठ के प्रयासों में तेजी ला चुकी है वहीं अन्य इलाकों से भी आतंकियों का रुख इन जिलों की ओर हो चुका है।
जम्मू: कश्मीर से भाग रहे आतंकियों का निशाना अब एलओसी से सटे वे दो जिले हैं जहां पिछले कई सालों से माहौल शांत था। राजौरी व पुंछ जिलों को दहलाने की खातिर जहां पाकिस्तान सेना एलओसी पर घुसपैठ के प्रयासों में तेजी ला चुकी है वहीं अन्य इलाकों से भी आतंकियों का रुख इन जिलों की ओर हो चुका है।
सेनाधिकारियों के बकौल, 10 दिनों के भीतर पुंछ में कई घुसपैठ की घटनाएं दर्शाती हैं कि पाकिस्तान इन जिलों को दहलाने के लिए कितना उतावला है। हालांकि दो घुसपैठ के प्रयासों में सारे आतंकी मारे गए पर उनसे जब्त हथियारों के अतिरिक्त आपत्तिजनक दस्तावेज सभी के लिए चौंकाने वाले थे।
सूत्रों का कहना था कि घुसने की कोशिश करने वालों को पुंछ व राजौरी के जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का टारगेट थमाया गया था।
वे कहते थे कि डांगरी में हिन्दुओं का नरसंहार कर 7 को मौत के घाट उतारने वाले आतंकी भी कुछ दिन पहले ही एलओसी को पार कर आए थे।
हालांकि सेना इस पर चुप्पी साधे हुए है पर सूत्र कहते हैं कि जिस तरह से जांच के दौरान पाया गया कि वे उस पार से संपर्क में थे वह स्पष्ट करता है कि ताजा घुसने वालों का टारगेट यही दो जिले हैं।
यही नहीं एक सूत्र का तो यहां तक दावा था कि जम्मू के सिद्दड़ा में मारे गए चार आतंकियों का टारगेट भी सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था। हालांकि वे लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही मारे गए पर जांच और मिलने वाले दस्तावेज पाक सेना की खुफिया एजेंसी आईएसआई के खतरनाक इरादों की पोल जरूर खोल रहे थे।