Jammu and Kashmir: कश्मीर में कार बम विस्फोट कर सकते हैं आतंकी, दहशतजदा माहौल में तलाश तेज, सभी अलर्ट पर
By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 4, 2020 06:11 PM2020-06-04T18:11:22+5:302020-06-04T18:11:22+5:30
मारे गए पाकिस्तानीआतंकी इकराम उर्फ फौजी की मुठभेड़ की जानकारी देते हुए की गई प्रेस वार्ता में भी आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने भी आतंकी कमांडर अब्दुल रहमान व उसके दो अन्य साथियों के मारे जाने के बाद दो और वाहन बमों की मौजूदगी की संभावना जतायी थी।
जम्मूः कश्मीर में आतंकी किसी भी समय कार बम विस्फोटों से सब कुछ दहला सकते हैं। पुलिस द्वारा इसके प्रति किए गए रहस्योदघाटन के बाद माहौल दहशतजदा है। हालांकि उन कार बमों की तलाश अब तेज कर दी गई है जिनके प्रति खुद पुलिस कहती है कि उन्हें विदेशी आतंकियों ने तैयार कर छुपा दिया है।
कल मारे गए पाकिस्तानीआतंकी इकराम उर्फ फौजी की मुठभेड़ की जानकारी देते हुए की गई प्रेस वार्ता में भी आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने भी आतंकी कमांडर अब्दुल रहमान व उसके दो अन्य साथियों के मारे जाने के बाद दो और वाहन बमों की मौजूदगी की संभावना जतायी थी। उनके बकौल, अब्दुल रहमान उर्फ फौजी आइईडी बनाने में माहिर था। वह किसी भी वाहन को विस्फोटक बम में तबदील करने की महारत रखता था। 28 मई को पुलवामा में जिस आइईडी लैस सेंट्रो कार को पकड़ा गया उसे भी अब्दुल रहमान ने ही अपने साथियों संग मिलकर तैयार किया था।
विजय कुमार ने यह भी बताया कि जैश के पास अभी भी दो आइईडी बनाने के माहिर आतंकी मौजूद हैं जिनका नाम वलीद और लंबू है। यह भी सूचना मिली है कि वलीद और लंबू द्वारा तैयार किए गए दो अन्य वाहन बमों को आतंकियों ने अपने किसी सेफ हाउस में छिपा रखा है। इनमें से एक वाहन बम जिला बडगाम में है जबकि दूसरा पुलवामा व कुलगाम के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास रखा है।
ऐसे में जबकि कश्मीर घाटी को दहलाने के लिए जैश-ए-मोहम्मद द्वारा तैयार किए गए दो वाहन बमों के प्रति कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है, उनका समय पर पता लगाने के लिए पुलिस ने एक विशेष दल बनाया है। पुलिस ने दक्षिण कश्मीर में पुराने वाहनों को बेचने वालों के अलावा कुछ मैकेनिकों को पूछताछ के लिए तलब किया है। बीते छह माह के दौरान चोरी हुए वाहनों की भी सूची तैयार की जा रही है और इसके अलावा पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद के ओवरग्राउंड वर्करों से भी इस बारे में नए सिरे से पूछताछ हो रही है।
पुलवामा में आईईडी लैस सेंट्रो कार पकड़ने और उसे सुरक्षित ढंग से नष्ट करने के बाद पुलिस को अपने खुफिया तंत्रों से यह पता चला है कि घाटी में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जैश-ए-मोहम्मद 14 फरवरी 2019 जैसा कोई बड़ा हमला दोहराने की फिराक में है। इसी साजिश को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने बीते माह दक्षिण कश्मीर में हाइवे पर सुरक्षाबलों पर हमला करने के लिए जिस कार बम का इस्तेमाल करना था, उसी कार को ही पुलिस ने 28 मई को बरामद कर नकारा कर दिया था। इसी मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि आतंकियों ने एक नहीं बल्कि तीन वाहन बम तैयार किए हैं।