जम्मू-कश्मीरः 24 घंटों में आतंकियों ने फिर से एक और ग्रेनेड हमला, अब 8 जख्मी
By सुरेश डुग्गर | Published: January 31, 2019 07:59 PM2019-01-31T19:59:55+5:302019-01-31T19:59:55+5:30
आतंकियों ने वीरवार को शेरबाग अनंतनाग में सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड हमला किया। हमले में दो सीआरपीएफ जवानों समेत आठ लोग जख्मी हो गए। हमले के बाद आतंकी वहां से भागने में कामयाब रहे। बीते चौबीस घंटों में दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों पर यह दूसरा आतंकी हमला है।
चौबिस घंटों में आतंकियों ने फिर से एक और ग्रेनेड हमला कर 8 लोगों को जख्मी कर दिया है। चार घायलों की दशा नाजुक है। कल भी हुए हथगोले के हमले में 6 लोग जख्मी हो गए थे। पिछले 7 दिनों में कश्मीर में 22 ग्रेनेड हमले हुए हैं जिसने चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
आतंकियों ने वीरवार को शेरबाग अनंतनाग में सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड हमला किया। हमले में दो सीआरपीएफ जवानों समेत आठ लोग जख्मी हो गए। हमले के बाद आतंकी वहां से भागने में कामयाब रहे। बीते चौबीस घंटों में दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों पर यह दूसरा आतंकी हमला है। इससे पूर्व गत बुधवार को आतंकियों ने दम्हाल हांजीपोरा कुलगाम में पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमला किया था,जिसमें चार नागरिक जख्मी हुए थे।
जानकारी के अनुसार, दोपहर 12 बजे के करीब आतंकियों ने शेरबाग में पुलिस चौकी के बाहर बाजार में खड़े सीआरपीएफ के जवानों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड से हमला किया। ग्रेनेड जवानों से कुछ ही दूरी पर गिरा और एक जोरदार धमाके के साथ फट गया। ग्रेनेड से हुए धमाके में छह नागरिक जिनमें चार महिलाएं जबकि दो सीआरपीएफ कर्मी जख्मी है।
घायलों की पहचान इरफान अहमद डार, मोहम्मद हुसैन भट्ट, इसके अलावा चार महिलाएं भी शामिल हैं जिनके नाम रिहाना पत्नी हाजी गुलाम नबी, उसकी बेटी साहिबा, सौफिया और नाजा है। वहीं घायल सीआरएफ जवानों की पहचान नरेंद्र कुमार और विशाल पाटिल के रूप में हुई है। धमाके के साथ वहां फैली अफरा-तफरी में आतंकी भी वहां से भागने में कामयाब रहे।
विस्फोट के फौरन बादसुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरते हुए सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया,जहांउनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है। इस बीच, पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त कार्यदल ने पूरे इलाके को घेरते हुए आतंकियों की धरपकड़ के लिए एक तलाशी अभियान चलाया। फिलहाल,किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन अधिकारियों को शक है कि इसके पीछे भी जैशे मुहम्मद ही है। एक सप्ताह में हु सभी ग्रेनेड हमलों की जिम्मेदारी जैश ने ही ली है।