महबूबा मुफ्ती बोलीं-चीन और पाकिस्तान से बातचीत करे भारत, अनुच्छेद 370 और 35-ए पर संघर्ष जारी रहेगा
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 9, 2020 05:39 PM2020-11-09T17:39:06+5:302020-11-09T17:41:10+5:30
जम्मू कश्मीर में रास्ते खोले जाने चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद ने पाकिस्तान के साथ अमन, दोस्ती पर जोर दिया था। पाकिस्तान के संबंध सुधरने से सीमा पर गोलीबारी रुकेगी और लोगों की समस्याओं का समाधान होगा।
जम्मूः पीडीपी प्रधान महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने पर जोर देते हुए कहा कि ने कहा कि अगर सीमा विवाद को लेकर भारत चीन से बात कर सकता है तो पाकिस्तान से कश्मीर समस्या के हल के लिए बात क्यों नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में रास्ते खोले जाने चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद ने पाकिस्तान के साथ अमन, दोस्ती पर जोर दिया था। पाकिस्तान के संबंध सुधरने से सीमा पर गोलीबारी रुकेगी और लोगों की समस्याओं का समाधान होगा। जम्मू में पत्रकारों को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 ए की बहाली के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू के लोग भी परेशान है। स्थानीय लोग बजरी, रेत निकाल कर अपनी आजीविका चला रहे थे। अब बजरी व रेत निकालने का काम भी बाहरी राज्यों के लोगों को दे दिया गया है। हमने जम्मू में समाज के विभिन्न वर्गों से बातचीत की। जम्मू में कारोबार पूरी तरह से ठप्प है। रोजगार मिल नहीं रहा है। इंडस्ट्री नहीं चल रही है। भाजपा की तरफ से सब्ज बाग दिखाए गए। अब जम्मू के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। महाराजा हरि सिंह ने अनुच्छेद 370 लगाया गया था।
पीडीपी प्रधान ने यह चेतावनी दी कि जब प्रदेश में युवाओं को नौकरियां ही नहीं मिलेंगी तो वे मजबूर होकर बंदूक उठाएंगे। जम्मू कश्मीर में स्थानीय युवाओं के लिए नौकिरियों व भूमि के अधिकार छीन लिए गए हैं। ये बात जम्मू के लोगों को भी समझ आ गई है। पार्टी के मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने आतंकवाद की राह पर चल रहे कश्मीरी युवाओं को बेरोजगारी के साथ जोड़ा है। उन्होंने इस बयान के माध्यम से केंद्र को यह चेतावनी भी दी कि यदि जम्मू कश्मीर के युवाओं का हक दूसरे राज्यों के युवाओं को मिला तो यह सिलसिला आगे बढ़ेगा।
महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। रोजगार मिल नहीं रहा है। इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है। भाजपा ने लोगों के बीच फूट डालने का प्रयास किया। हमें अनुच्छेद-370 की बहाली की लड़ाई को मिल कर लड़ना होगा। हमें पूर्व जम्मू कश्मीर का संविधान वापस चाहिए।
हम जम्मू-कश्मीर के संविधान की शपथ लेेने के साथ ही देश की संप्रभुता की शपथ लेते रहे है। अगर आप एक उंगली काट दोगे तो काम नहीं चलेगा। आपको सूद समेत हमारा झंडा, हमारा संविधान वापस लौटाना ही होगा। उन्होंने इस दौरान कुछ टीवी चौनलों पर भाजपा का एजेंडा आगे बढ़ाने का आरोप भी लगाया।
महबूबा ने कहा कि महाराजा हरि सिंह ने अनुच्छेद-370 लगाया था। अनुच्छेद-370 जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा के लिए था। पूर्व जम्मू कश्मीर का झंडा भी भारतीय संविधान ने दिया था। हमारे सारे हक छीन लिए गए। बिहार चुनाव में रोजी, रोटी या किसानों की बात करने के बजाए भाजपा ने अनुच्छेद-370 हटाने के मुद्दे को उठाया। जम्मू-कश्मीर को सेल पर लगाया गया। कहा, जाओ जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीद लो लेकिन लोगों ने इसे नकार दिया। बिहार में अनुच्छेद-370 नहीं चला।