जम्मू-कश्मीरः स्थानीय आतंकियों की नाकामी से ISI नाराज, अब पाक सैनिक घुसपैठ कर फैला रहे हैं आतंक
By सुरेश डुग्गर | Published: December 15, 2018 10:16 AM2018-12-15T10:16:13+5:302018-12-15T10:17:26+5:30
जम्मू, 14 दिसंबरः पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई जम्मू-कश्मीर के स्थानीय आतंकियों की बड़ी आतंकी वारदातों में विफलता के कारण बेहद खफा है. उनकी नाकामी के कारण अब पाकिस्तान को सीमा पार से विदेशी कट्टर आतंकियों के साथ-साथ अपनी नियमित सेना के अधिकारियों और जवानों को इस पार तथाकथित 'जेहाद' के लिए धकेलना पड़ रहा है. जम्मू-कश्मीर में फैले पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का नियंत्रण अब खतरनाक आतंकी संगठनों के साथ-साथ पाकिस्तानी सेना के उन अधिकारियों के हाथों में आ गया है जो हाल ही में इस ओर घुसपैठ करने में कायमाब रहे हैं.
पिछले दिनों सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए आतंकियों से बरामद दस्तावेजों और डायरियों से इसका खुलासा हुआ है. ये दस्तावेज जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों से बरामद हुए हैं. रक्षा अधिकारियों ने इन डायरियों तथा दस्तावेजों की जानकारी दी है. कुछ दिन पहले कश्मीर में मारे गए विदेशी आतंकी बबूद से बरामद डायरी के अनुसार, स्थानीय आतंकी 'डरपोक तथा कमजोर' हैं इसीलिए उन्हें कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए आना पड़ रहा है.
डायरी में दर्ज है कि उसे डोडा जिले में सक्रि य हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर से चार्ज भी लेना था ताकि इस संगठन का पूरा नियंत्रण विदेशी आतंकियों के हाथों में आ जाए. इसी प्रकार की एक डायरी और दस्तावेज कश्मीर के कुपवाड़ा जिले से बरामद हुआ था. उसमें उल्लेख है कि लश्कर-ए-तौयबा, हरकतुल अंसार, हरकतुल जेहादी, जैश-ए-मुहम्मद के विदेशी आतंकियों को सारे राज्य में ऑप्रेशनल चार्ज संभालने के निर्देश दिए गए हैं.
इन दस्तावेजों से साफ है कि हाल में जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ने के पीछे उन विदेशी आतंकी दलों का हाथ है जो हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करने में कामयाब रहे हैं. कश्मीर में आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान की नियमित सेना के अधिकारियों और जवानों की सक्रियता काफी बढ़ी है.
27 पाकिस्तानी पकड़े जा चुके, 11 मुठभेड़ों में ढेर: अधिकारियों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों और जवानों की संख्या बढ़ती जा रही है. राज्य में अभी तक 27 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक पकड़े जा चुके हैं और करीब 11 मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं. दस्तावेजों के अनुसार पाकिस्तानी सेना आतंकियों को प्रशिक्षण देने के अलावा जम्मू-कश्मीर में फैले आतंकवाद को नियंत्रित भी कर रहे हैं.