सरहद पर तनावः फिर मिलेंगे हिंदी-चीनी कमांडर, टैंक, मिसाइल और फाइटर जेट को हटाने की टाइम लाइन पर बातचीत
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 9, 2020 04:55 PM2020-07-09T16:55:54+5:302020-07-09T16:55:54+5:30
एलएसी के दोनों ओर 45000 जवानों के पीछे हटने पर भी चर्चा होगी, सूत्रों का कहना था। इससे पहले दो दफा चीन के मोलदो और एक बार भारत के चुशुल में बातचीत हो चुकी है।
जम्मूः भारत और चीन के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच अगले हफ्ते होगी चौथे दौर की बातचीत कमांडरों की बैठक में सरहद पर तनाव कम करने पर चर्चा होगी।
अगली बैठक सीमा पर तैनात हजारों की संख्या में तैनात जवान, गन, टैंक, हथियार राकेट लांचर, मिसाइल, फाइटर जेट को हटाने की टाइम लाइन तय करने पर बातचीत होने की संभावना है। एलएसी के दोनों ओर 45000 जवानों के पीछे हटने पर भी चर्चा होगी, सूत्रों का कहना था। इससे पहले दो दफा चीन के मोलदो और एक बार भारत के चुशुल में बातचीत हो चुकी है।
इस बार बातचीत के एजेंडे के तहत उन मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा जिस पर 30 जून को हुई बैठक में सहमति बनी थी। इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच 6 जून और 22 जून को चीन के मोलदो में और 30 जून को चुशुल में बैठक हुई थी। 15 जून को गलवान घाटी में भारत चीन के जवानों के झड़प हुई जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए तो 43 चीनी सैनिक भी मारे गए थे।