जम्मू-कश्मीर: विदेशी पर्यटकों की संख्या कम होने से टूरिज्म से जुड़े लोगों की बढ़ी चिंता, जानें कारण
By सुरेश एस डुग्गर | Published: October 10, 2022 03:53 PM2022-10-10T15:53:40+5:302022-10-10T15:54:54+5:30
जम्मू: इस साल चाहे रिकॉर्ड तोड़ 20.5 लाख देसी पर्यटकों ने कश्मीर का दौरा किया था पर कश्मीरियों को सबसे ज्यादा खुशी विदेशी पर्यटकों के आने से हुई थी। चाहे विदेशी पर्यटकों की संख्या मुट्ठी भर ही थी। पर अब कनाडा और अमेरिका द्वारा अपने नागरिकों पर जम्मू कश्मीर जाने पर लगाई गई पाबंदियों ने पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें फैला दी हैं।
इस साल कोई ज्यादा विदेशी पर्यटक कश्मीर नहीं आए। इनकी संख्या मात्र 6200 ही थी। यह आंकड़ा ऊंट के मुंह में जीरे के समान थी। यह आंकड़ा जनवरी से जुलाई तक का ही है। पर वे देसी पर्यटकों की संख्या के आगे भारी इसलिए पड़ते थे क्योंकि जहां देसी पर्यटक 3 से 5 दिनों तक ही कश्मीर में रुकते थे तो विदेशी पर्यटक कम से कम दो सप्ताह और कभी तीन महीने तक का कार्यक्रम बना कश्मीर की खूबसूरत वादियों का नजारा ले रहे हैं।
यही नहीं खर्च के मामले में भी विदेशी पर्यटक सबसे आगे माने जाते हैं। एक हाउसबेाट वाले रियाज अहमद के बकौल, देसी पर्यटकों का बजट कुछ भी नहीं होता है पर विदेशी पर्यटक जन्नत का नजारा लुटने को लूटने को भी तैयार रहते हैं। यही कारण है कि कश्मीर में जब से आतंकवाद फैला है तबसे लेकर अब तक तत्कालीन सरकारों का जोर ज्यादा से ज्यादा विदेशी पर्यटकों को कश्मीर की ओर आकर्षित करने का इसलिए रहा था ताकि वे कश्मीर की अर्थव्यवस्था को ढर्रे पर लाने में योगदान दे सकें।
यह बात अलग है कि इस साल जनवरी में यहां मात्र 260 विदेशी पर्यटकों ने कश्मीर का रुख किया था वह संख्या जुलाई के अंत तक आते आते 1793 पहुंच गई थी। जिसके साल के अंत तक 5 हजार से अधिक पहुंचने की उम्मीद तो थी पर अब कनाडा और अमेरिका जैसे देशों द्वारा अपने नागरिकों के कश्मीर की ओर जाने से आगाह किए जाने के उपरांत यह चिंता का कारण बन गया है। यह भी एक सच है कि अभी भी कुछेक अन्य देशों द्वारा अपने नागकिों की कश्मीर यात्रा प्रतिबिंधित है। इस प्रतिबंध को इतने सालों से हटवा पाने में भारत सरकार कामयाब नहीं हो पाई है।