जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोगों पर हमला, भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू बोले, एके-47 मुहैया कराए सरकार, तब ही हालात ठीक होंगे
By एस पी सिन्हा | Published: October 19, 2021 06:37 PM2021-10-19T18:37:52+5:302021-10-19T18:39:23+5:30
भाजपा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने बिहारियों की सुरक्षा को लेकर कहा है कि कश्मीर घाटी में रहने वाले बिहारियों को सरकार मुफ्त में एके-47 दे, यही एमात्र उपाय है.
पटनाः कश्मीर घाटी में आतंकियों के द्वारा बिहारियों की हत्या किये जाने से सभी पार्टियों के नेता आक्रोशित हो गये हैं. धीरे-धीरे अब यह मामला राजनीतिक रूप भी लेता जा रहा है.
इस बीच भाजपा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने बिहारियों की सुरक्षा को लेकर कहा है कि कश्मीर घाटी में रहने वाले बिहारियों को सरकार मुफ्त में एके-47 दे, यही एमात्र उपाय है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की सरकार बाहर के लोगों को एके-47 मुहैया कराए तभी वहां हालात तक ठीक हो पाएंगे.
ज्ञानू ने कहा कि कश्मीर में इस तरह से गरीबों को मारना आतंकियों की कायराना हरकत को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि वहां की सरकार को बाहर से आये लोगों को एकजुट कर उनके लिए रोजगार और रहने-खाने की व्यवस्था करने चाहिए. इसके अलावा उनकी सुरक्षा के इन लोगों को लाइसेंस देकर फ्री में एके-47 मुहैया करानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि ये आतंकवादी एके-47 के अलावा और किसी हथियार से सुनने वाले नहीं हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान में भी संशोधन कर बाहर के लोगों को आर्म्स लाइसेंस दिया जाए. जम्मू कश्मीर की सरकार बाहर के लोगों को एके-47 मुहैया कराए, तब ही हालात ठीक होंगे. उन्होंने इस मामले में कार्रवाई करने की मांग भी की.
ज्ञानू ने कहा कि बिहार में भी सरकार मजदूरों के रोजगार के लिए कई व्यवस्थाएं चला रही हैं. छोटा कारोबार करने वालों को बाहर जाने की ही जरूरत नहीं है. छोटे कारोबारी अपने घर पर रहकर भी अच्छा कमा सकते हैं. यहां बता दें कि इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री पर हमला बोला था.
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से भी बातचीत की थी. उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहारियों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है. उधर, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह किया था कि, यदि उनसे यह स्थिति नहीं संभल रही तो इसकी जिम्मेदारी वे बिहारियों को ही दे दें. वे इससे निपट लेंगे.