J&K: गृहमंत्री शाह के दौरे से पहले सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू, जमकर हो रही गोलीबारी
By रामदीप मिश्रा | Published: June 26, 2019 10:10 AM2019-06-26T10:10:27+5:302019-06-26T10:10:27+5:30
त्राल में आतंकवादियों से लोहा लेने के लिए 42 रायफल्स के जवानों के साथ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का सहारा लिया जा रहा है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और पूरी तरह से आवाजाही बंद की गई है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल के जंगलों में सुरक्षाबलों का आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर जारी है। सुरक्षाबलों ने सुबह तड़के ही त्राल वन क्षेत्र में आतंकवादियों को घेर लिया है और दोनों ओर से लगातार फायरिंग की जा रही है। यह एनकाउंटर उस समय चल रहा है जब देश के गृहमंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर का दौरे पर जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, त्राल में आतंकवादियों से लोहा लेने के लिए 42 रायफल्स के जवानों के साथ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का सहारा लिया जा रहा है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और पूरी तरह से आवाजाही बंद की गई है। साथ ही साथ आतंकवादियों के होने की सूचना मिलते ही 180 बीएन सीआरपीएफ के सैनिक मौके पर पहुंचे है और फायरिंग जारी है।
Tral encounter: Troops of 42 Rashtriya Rifles with Special Operations Group Tral carried out Cordon&Search Op during which an encounter broke out with terrorists today morning. On receipt of information troops of 180 Bn CRPF rushed to the spot for reinforcement. Firing underway. https://t.co/Ieh1NdMVWz
— ANI (@ANI) June 26, 2019
आपको बता दें कि सुरक्षाबलों ने 23 जून को शोपियां जिले में मुठभेड़ के दौरान चार स्थानीय आतंकवादी मार गिराए थे। चारों आतंकी जाकिर मूसा के गुट के थे। सेना ने यह जानकारी दी थी। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर शोपियां के दारमदोरा इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था। तलाशी अभियान के दौरान वहां छिपे आतंकवादियों ने उनपर गोलीबारी शुरू कर दी थी। जवाबी कार्रवाई में चार आतंकवादी मारे गए थे।
जिन चार आतंकियों को मारा गया उनमें करालचक शोपियां का रहने वाला रफी हसन मीर, बटमुरान शोपियां का सुहेल अहमद भट, राजपुरा पुलवामा का शौकत अहमद मीर और बमनू पुलनामा का आजाद अहमद खांडे शामिल था। ये चारों आतंकी स्थानीय थे, जिनकी पुलिस को काफी समय से तलाश थी। जो 4 आतंकी मारे गए थे उनमें शौकत का आपराधिक रिकॉर्ड सबसे खतरनाक था। वह 2015 से आतंकी कारनामों में शामिल रहा था। शुरू में वह हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी था, लेकिन बाद में अंसार गजवातुल हिंद से जुड़ गया था।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ साथ आम लोगों पर हमले के लिए भी शौकत मीर की तलाश थी। कई आतंकी मामलों में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। शिखार्ड में गार्ड पोस्ट पर फायरिंग, सैन्य बलों पर ग्रेनेड हमला, बशीर अहमद डार और अल्ताफ अहमद पर गोलीबारी और पुलिसकर्मी समीर अहमद की हत्या जैसे संगीन अपराध उसके खाते में दर्ज हैं। शौकत मीर ने ही आजाद अहमद, रफी हसन और सुहेल अहमद को आतंकी बनने के लिए उकसाया था।