जम्मू-कश्मीर: कोरोना के डर से 5 अगस्त 2019 क हिरासत में लिए 31 लोग रिहा, PSA हटाया
By सुरेश एस डुग्गर | Published: March 30, 2020 04:47 PM2020-03-30T16:47:46+5:302020-03-30T16:47:46+5:30
केंद्रीय गृह विभाग ने श्रीनगर में पीएसए के तहत जेलों में बंद 31 लोगों को आज रिहा कर दिया। ये लोग 5 अगस्त 2019 या उसके बाद कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए एहतियातन जन सुरक्षा अधिनियम अर्थात पीएसए के तहत बंदी बनाए गए थे।
जम्मू-कश्मीर: प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर पिछले साल 5 अगस्त को हिरासत में लिए गए 31 और लोगों पर से पीएसए हटाते हुए उन्हें रिहा कर दिया लेकिन अभी भी वह पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती समेत 380 नेताओं के प्रति फिलहाल कोई शब्द नहीं बोला जा रहा है कि वे कब तक रिहा हो पाएंगें।
केंद्रीय गृह विभाग ने श्रीनगर में पीएसए के तहत जेलों में बंद 31 लोगों को आज रिहा कर दिया। ये लोग 5 अगस्त 2019 या उसके बाद कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए एहतियातन जन सुरक्षा अधिनियम अर्थात पीएसए के तहत बंदी बनाए गए थे।
इनमे से 14 को श्रीनगर की जेल से, 11 को जम्मू की कोट भलवाल जेल से, 4 को राजौरी की जेल से और 2 को कठुआ की जेल से रिहा कर दिया गया है।
हालांकि इससे पहले भी इसी साल 10 जनवरी को केंद्र सरकार ने 26 लोगों पर लगाए गए पीएसए को हटाते हुए उन्हें रिहा कर दिया था। ये लोग सेंट्रल जेल श्रीनगर व देश के दूसरे राज्यों में रखे गए थे।
सनद रहे कि कश्मीर में सामान्य होते हालात और कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में 13 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री डा फारूक अब्दुल्ला और उसके बाद 24 मार्च को उनके बेटे पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर लगाए गए पीएसए को निरस्त करते हुए रिहा कर दिया था।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार अभी भी 380 से अधिक लोग हैं, जो पीएसए के तहत विभिन्न जेलों में नजरबंद हैं। इनमें बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मियां अब्दुल कयूम और व्यापारी अध्यक्ष यासीन खान भी शामिल हैं। इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती, पीडीपी नेताओं नईम अख्तर, सरताज मदनी, पीर मंसूर, नेकां नेता अली मोहम्मद सागर, हिलाल लोन और पूर्व आईएएस अधिकारी व पीपुल्स मूवमेंट के प्रधान डा शाह फैसल सहित अन्य राजनीतिज्ञ शामिल हैं।
आज रिहा किए गए लोगों में मुदस्सर मीर उर्फ अकीब, फैयाज अहमद बक्तु, आबिद हुसैन शेख, परवेज अहमद भट, इश्फाक अहमद डार, दाऊद अहमद खान, जुनैद अहमद खान, महराजुद्दीन देंटू, मोहम्मद मुसाहिब कंवलू , मोहम्मद इकबाल गोरसी, शाहिद सोफी, शाहिद सोफी, गुलाम मोहिउद्दीन पंडित, नजरफ हुसैन खताना, सुहैल अहमद शागू शामिल हैं।