जम्मू एयरपोर्ट से गजनवी फोर्स के आतंकी शाहिद नवीद अरेस्ट, मेंढर में धार्मिक स्थलों पर ग्रेनेड फेंकने की साजिश रची थी
By सुरेश एस डुग्गर | Published: April 8, 2021 04:37 PM2021-04-08T16:37:37+5:302021-04-08T18:59:14+5:30
शाहिद नवीद पर आरोप है कि उसने मेंढर कस्बे में धार्मिक स्थलों पर ग्रेनेड फेंकने की साजिश रची थी। इससे पहले 17 फरवरी को कुवैत सरकार ने इसी संगठन के एक आतंकी शेरअली को भी डिपोर्ट कर जम्मू कश्मीर सरकार को सौंपा था।
जम्मूः एनआईए और जम्मू पुलिस ने एयरपोर्ट से जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स के आतंकी शाहिद नवीद को गिरफ्तार किया है।
वह पुंछ का निवासी है और जम्मू कश्मीर गजनवी बल आतंकी संगठन का हिस्सा है। पकड़े गए आतंकी को जल्द ही जम्मू कोर्ट में पेश किया जाएगा। शाहिद नवीद पर आरोप है कि उसने मेंढर कस्बे में धार्मिक स्थलों पर ग्रेनेड फेंकने की साजिश रची थी। इससे पहले 17 फरवरी को कुवैत सरकार ने इसी संगठन के एक आतंकी शेरअली को भी डिपोर्ट कर जम्मू कश्मीर सरकार को सौंपा था।
नवीद और शेरअली पुंछ जिले में स्थानीय युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का काम करते थे। पुलिस के अनुसार नवीद भी मेंढर के धारगलुन का रहने वाला है। ये दोनों पुंछ और राजौरी के सीमांत इलाकों में युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रेरित करते थे। इस आतंकी को भी कुवैत सरकार ने डिपोर्ट कर भारत सरकार को सौंपा है।
जैसे ही आतंकी दिल्ली से जम्मू एयरपोर्ट पर उतरा एनआईए की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आतंकी नवीद जम्मू संभाग के जिला पुंछ के मेंढर इलाके का रहने वाला है। जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स तहरीक-उल-मुजाहिदीन का ही हिस्सा है।
एनआईए जांच में यह भी बात सामने आई है कि नवीद और शेर अली जिला पुंछ में उस कश्मीर से आने वाले हथियार व नशे की खेप को आतंकी गुटों तक पहुंचाने का काम भी करते थे। शेर अली और नवीद युवाओं को बरगलाकर गजनवी फोर्स में शामिल होने के लिए तरह-तरह का लालच दिया करते थे।
आज जैसे ही शाहिद नवीद जम्मू एयरपोर्ट पहुंचा तो वहां पहले से ही एनआइए की टीम जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ वहां मौजूद थी। उसे हिरासत में लेते ही सीधा एनआईए कार्यालय में पूछताछ के लिए ले जाया गया। सूत्रों ने बताया कि शेर अली ने ही पूछताछ के दौरान नवीद के बारे में बताया था। उसने ही एनआईए के समक्ष यह खुलासा किया कि नवीद इस समय कुवैत में बैठ जिला पुंछ में आतंकी गतिविधियों को चला रहा है। याद रहे आतंकियों के खिलाफ जम्मू कश्मीर पुलिस को लगातार बड़ी सफलता मिली है।
एक बड़े आपरेशन में एसओजी ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट आफ जम्मू एंड कश्मीर (आईएसजेके) के आतंकी को भी पांच अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से एक पिस्तौल, आठ कारतूस और एक लाख 13 हजार रुपये की नगदी भी मिली थी। आतंकी की पहचान मलिक उमैद अब्दुल्ला निवासी यारीपोरा, कुलगाम के रूप में हुई थी।