मोरबी ब्रिज हादसे में आरोपी जयसुख पटेल भेजे गए न्यायिक हिरासत में, कोर्ट में आज किया था सरेंडर
By अंजली चौहान | Published: January 31, 2023 06:20 PM2023-01-31T18:20:16+5:302023-01-31T18:39:17+5:30
इस घटना में कई लोगों की जान चली गई। इस दर्दनाक घटना में करीब 135 लोग मारे गए थे। हादसे के बाद पांच दिनों तक राहत बचाव का काम चला था। मोरबी हादसे में खुद केंद्र सरकार ने दखल देते हुए मामले की जांच के आदेश दिए थे।

फाइल फोटो
अहमदाबाद:गुजरात में मच्छू नदी पर स्थित मोरबी ब्रिज हादसे के आरोपी ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल को मंगलवार को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल ने आज कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद ये निर्णय लिया गया।
27 जनवरी को मोरबी हादसे में पुलिस ने चार्जशीट दायर की थी, जिसमें जयसुख पटेल समेत कई आरोपियों के नामों का उल्लेख किया गया था। पुलिस ने करीब 1,262 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी।
दरअसल, ओरेवा ग्रुप पर मोरबी पुल की देखभाल की जिम्मेदारी थी। घटना से कुछ दिन पहले की पुल की मरम्मत की बात कही गई और कुछ दिन बाद ही 30 अक्टूबर को लोगों से भरा पुल भरभरा कर नदी में गिर गया।
इस घटना में कई लोगों की जान चली गई। इस दर्दनाक घटना में करीब 135 लोग मारे गए थे। हादसे के बाद पांच दिनों तक राहत बचाव का काम चला था। मोरबी हादसे में खुद केंद्र सरकार ने दखल देते हुए मामले की जांच के आदेश दिए थे।
#WATCH मोरबी ब्रिज हादसे में ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इससे पहले उसने मोरबी में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। pic.twitter.com/bWp28Cez6M
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2023
चार्जशीट में 300 से अधिक गवाहों के नाम दर्ज
27 जनवरी को दायर करीब 1,262 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी, जिसमें 300 से अधिक गवाहों के बयान दर्ज कराए गए थे। मामले में पुलिस उपाधीक्षक पी एस जाला ने कहा कि मोरबी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एम जे खान की अदालत में 1,262 पन्नों का आरोप पत्र दायर किया गया। जाला मामले के जांच अधिकारी हैं। आगेचनिया ने कहा था कि ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल को शुक्रवार को मजिस्ट्रेट के सामने दायर आरोप पत्र में दसवें आरोपी के रूप में नामित किया गया है। शुरुआती जांच में पुलिस द्वारा जयसुख पटेल का नाम दर्ज नहीं किया गया था।
बता दें कि 30 अक्टूबर को हादसे के एक दिन बाद 31 अक्टूबर को मोरबी पुलिस ने ओरेवा ग्रुप के दो प्रबंधकों, दो टिकट लिपिकों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कोर्ट ने ओरेवा ग्रुप के प्रबंध निदेशक पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था।