जयराम रमेश ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- बौखलाई पार्टी ने कन्नड़ अखबार के पहले पन्ने पर दिया इतिहास को विकृत करने वाला विज्ञापन
By मनाली रस्तोगी | Published: October 1, 2022 11:26 AM2022-10-01T11:26:59+5:302022-10-01T11:28:43+5:30
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कन्नड़ अखबार में भाजपा का एक फ्रंट पेज विज्ञापन दिया है जो हमेशा की तरह शरारतपूर्ण तरीके से इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करता है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि भाजपा ने एक कन्नड़ अखबार में पहले पन्ने का विज्ञापन दिया है क्योंकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भाजपा शासित राज्य में प्रवेश कर चुकी है। जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि विज्ञापन हमेशा की तरह इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। कांग्रेस नेता ने ये भी कहा कि यात्रा की सफलता से भाजपा बौखला गई है।
जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, "भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से बौखलाकर भारतीय जनता पार्टी ने एक कन्नड़ अखबार के पहले पन्ने पर विज्ञापन दिया है, जो हमेशा की तरह शरारतपूर्ण तरीके से इतिहास को विकृत करता है। सावरकर ने द्वि-राष्ट्र सिद्धांत प्रतिपादित किया और जिन्ना ने इसे सुनिश्चित किया। जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंगाल के विभाजन का समर्थन किया।"
Rattled by success of #BharatJodoYatra the BJP has a front page ad in a Kannada newspaper that as usual mischievously distorts history. Savarkar propounded two-nation theory & Jinnah ensured it got done. Syama Prasad Mukherjee, founder of Jan Sangh championed partition of Bengal.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 1, 2022
शुक्रवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने कर्नाटक में प्रवेश किया जहां ये यात्रा 21 दिनों में 7 जिलों में 511 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। मार्च के केरल चरण के शुभारंभ पर गांधी ने कहा था कि कोई भी यात्रा को रोक नहीं सकता क्योंकि भारत जोड़ो यात्रा राष्ट्र की आवाज है। गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पूरा नियंत्रण (केंद्र) सरकार के पास है। अगर हम संसद में बोलते हैं, तो वे हमारे माइक्रोफोन बंद कर देते हैं।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है और उनमें घबराहट पैदा कर दी है क्योंकि इससे एक नए राहुल गांधी और एक नई कांग्रेस पार्टी का उदय हुआ है।