बिहार: किसी भी वक्त पार्टी कार्यालय आ सकते है जगदानंद सिंह- संभाल सकते है पार्टी का कार्यभार- राजद
By एस पी सिन्हा | Published: November 25, 2022 05:42 PM2022-11-25T17:42:35+5:302022-11-25T17:50:44+5:30
ऐसे में जगदानंद सिंह पर बोलते हुए राजद के प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि ऐसी खबरों का कोई आधार नहीं है, जिसमें जगदानंद सिंह की नाराजगी को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि यह बात सही है कि अस्वस्थता की वजह से वे पिछले कुछ दिनों से पार्टी कार्यालय नहीं आ रहे हैं।
पटना: बिहार में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह एकबार फिर से जल्द ही कार्यालय में बैठने लगेंगे। दरअसल, सिंगापुर जाने से पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पार्टी में सबकुछ सेट कर दिया है। चर्चा है कि लालू यादव ने लंबे समय से नाराज चल रहे जगदानंद सिंह को मना लिया है और अब वे प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे।
किसी भी वक्त पार्टी कार्यालय आ सकते है जगदानंद सिंह- राजद
बता दें कि जगदानंद सिंह अपने बेटे सुधाकर सिंह के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद नाराज थे। वह काफी दिनों से पार्टी की गतिविधियों से दूर हैं। इस बीच राजद की ओर से भी कहा गया है कि जगदानंद सिंह किसी भी वक्त पार्टी कार्यालय आ सकते हैं।
लालू प्रसाद के नहीं होने पर जगदानंद सिंह संभालेंगे पार्टी की बागडोर
उल्लेखनीय है कि लालू यादव के सिंगापुर जाने से पहले जगदानंद सिंह उनसे मिलने दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर पहुंचे थे। उस वक्त वहां पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। इस दौरान तीनों नेताओं के बीच 90 मिनट की बैठक हुई थी।
इसके बाद कहा जा रहा है कि अब जगदानंद सिंह की नाराजगी खत्म हो गई है और अब वह प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। बताया जा रहा है कि लालू यादव ने साफ कहा कि हम इलाज के लिए सिंगापुर जा रहे हैं और लौटने में काफी वक्त लगेगा। ऐसे में जगदा बाबू, आपको ही सबकुछ संभालना है।
इस पुरे मामले में राजद के प्रवक्ता ने क्या कहा
इसबीच राजद के प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि ऐसी खबरों का कोई आधार नहीं है, जिसमें जगदानंद सिंह की नाराजगी को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि अस्वस्थता की वजह से वे पिछले कुछ दिनों से पार्टी कार्यालय नहीं आ रहे हैं। लेकिन समय- समय पर दूरभाष के माध्यम से वे पार्टी पदाधिकारियों को दिशा निर्देश देते रहे हैं।
इसके साथ ही आवश्यकतानुसार पार्टी पदाधिकारी भी उनका मार्गदर्शन लेते रहे हैं। इस पर बोलते हुए चितरंजन गगन ने आगे कहा कि राजद के स्थापना काल से उसे सींच कर आज सत्ता में पहुंचाने में जगदानंद सिंह की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रही है। वे राष्ट्रीय अध्यक्ष के सबसे विश्वसनीय सहयोगी रहे हैं और उसी रूप में आज भी हैं।
इस कारण राजद से दूर हो गए थे जगदानंद सिंह
बता दें कि 2 अक्टूबर को बेटे सुधाकर सिंह के इस्तीफे की घोषणा के बाद से ही जगदानंद सिंह पार्टी की गतिविधियों से दूर थे। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने दिल्ली नहीं पहुंचे थे। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यालय आना भी बंद कर दिया था।