ISRO कल लॉन्च करेगा GISAT-1 Satellite, 16 मंजिला इमारत जितने ऊंचे रॉकेट से कक्षा में होगा स्थापित; जानिए इस मिशन का मकसद
By ज्ञानेश चौहान | Published: March 4, 2020 11:56 AM2020-03-04T11:56:13+5:302020-03-04T11:56:13+5:30
GISAT-1 Satellite को GSLV F-10 Rocket के जरिए लॉन्च किया जाएगा। GSLV F-10 Rocket की ऊंचाई 16 मंजिला इमारत जितनी है और इसका वजन 4,20,300 किलो है।
श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) कल (5 मार्च को) GSLV F-10 Rocket के जरिए जियो इमेजिंग सैटेलाइट यानी GISAT-1 Satellite लॉन्च करेगा। यह सैटेलाइट श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। ISRO के मुताबिक, इस सैटेलाइट का प्रक्षेपण कल शाम 5: 43 बजे होगा। यह मिशन 18 मिनट का होगा यानी प्रक्षेपण के 18 मिनट बाद GISLV F-10 Rocket इस सैटेलाइट को उसकी कक्षा में स्थापित कर देगा।
GISAT-1 Satellite का मकसद
GISAT-1 Satellite को लॉन्च करने का खास मकसद यह है कि यह सैटेलाइट देश के किसी भी हिस्से की रीयल टाइम तस्वीरें लेगा है। यानी इस सैटेलाइट के जरिए देश के कोने-कोने में नजर रखी जा सकेगी और जरूरत पड़ने पर यह देश के किसी खास हिस्से की तस्वीरें मुहैया कराने में मददगार होगा।
GISAT-1 Satellite 16 मंजिला रॉकेट से होगा लॉन्च
आपको बता दें कि GISAT-1 Satellite को GSLV F-10 Rocket के जरिए लॉन्च किया जाएगा। GSLV F-10 Rocket की ऊंचाई 16 मंजिला इमारत जितनी है और इसका वजन 4,20,300 किलो है। आपको बता दें कि यह GSLV की 14वीं उड़ान होगी।
GTO में रखा जाएगा GISAT-1 Satellite
GSLV F-10 Rocket की मदद से GISAT-1 Satellite को पृथ्वी के जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में रखा जाएगा। इसके बाद इस यह सैटेलाइट 36,000 किमी ऊंचाई वाली अपनी कक्षा में स्थापित हो जाएगा। इसरो के मुताबिक 2,268 किलो वजनी GISAT-1 ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट है, जो कि बहुत तेजी से धरती की तस्वीरें लेगा।