ISRO पाकिस्तान के 87 फीसदी हिस्से की पल-पल दे रहा है जानकारी, भारत से बचना होगा मुश्किल
By पल्लवी कुमारी | Published: February 28, 2019 03:35 PM2019-02-28T15:35:52+5:302019-02-28T15:35:52+5:30
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के Cartosat सीरिज के सैटेलाइट्स से मिली जानकारी का इस्तेमाल सितंबर 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक में किया गया था। सर्जिकल स्ट्राइक उरी हमले के बाद किया गया था। उरी हमले भारत के 18 जवान शहीद हो गए थे।
भारत पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच ये खबर आ रही है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) सैटेलाइट्स से पाकिस्तान के चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ISRO के सैटेलाइट्स पाकिस्तान के 87 फीसदी हिस्से पर नजर रखे हुए हैं। वो भी एचडी क्वालिटी के कैमरे से।
इन सैटेलाइट्स से मिले जानकारी भारत के लिए काफी अहम होते हैं। कहा जा रहा है कि भारतीय वायुसेना द्वारा 26 फरवरी को किए गए एयर स्ट्राइक के प्लानिंग में ISRO के फुटेज से काफी मदद मिली थी।
पाकिस्तान के कुल 8.8 लाख वर्ग किलोमीटर पर ISRO के सैटेलाइट्स की नजर
भारत के सैटेलाइट्स पाकिस्तान के कुल 8.8 लाख वर्ग किलोमीटर के भूभाग में से 7.7 लाख वर्ग किलोमीटर हिस्से पर नजर रखने में योग्य है। जो भारतीय सेना को 0.65 मीटर की हाई क्वालिटी वाली एचडी फुटेजे और तस्वीरे देता है।
विश्व के 14 और देशों पर ISRO के सैटेलाइट्स की नजर
रिपोर्ट के मुताबिक, ISRO की क्षमता दूसरे पड़ोसी देशों के लिए यही है। ISRO के सैटेलाइट्स 14 देशों पर नजर रखे हुए हैं। 14 देशों के 5 लाख वर्ग किलोमीटर हिस्से इसरो अच्छी क्वालिटी में मैप कर सकता है। सिर्फ चीन ही एक ऐसा देश है, जिसको लेकर अभी ये जानकारी नहीं मिल पाती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्र के मुताबिक, ISRO का यह कवरेज कार्टोसैट सैटेलाइट्स से है। इसरो सेवाएं उपलब्ध कराता है, लेकिन हम इस पर पब्लिकलि कोई कमेंट नहीं कर सकते हैं।'
भारतीय वायुसेना ISRO के काम से संतुष्ट
भारतीय वायुसेना ने इसरो के और भी ऐसे सैटेलाइट्स की मांग की है। इसरो के सवाल पर एक एयर मार्शन ने हाल ही में कहा था- हां, हमें और भी सैटेलाइट्स की जरूरत है। लेकिन अभी भी हम ट्रैक पर हैं। इसरो से हमारी 70 प्रतिशत जरूरतें पुरी हो जाती है।
ISRO के ये सैटेलाइट्स करते हैं भारतीय सेना की मदद
ISRO के कुछ महत्वपुर्ण सैटेलाइट्स हैं, जो भारतीय सेना की मदद करते हैं। उसमें Cartosat सीरिज के सैटेलाइट्स बहुत महत्वपुर्ण हैं। Cartosat सीरिज के सैटेलाइट्स निम्म इस प्रकार हैं...
GSAT-7, GSAT-7A, Indian Regional Navigation Satellite System (IRNSS) constellation,Microsat, Risat और HysIS (Hyper-spectral Imaging Satellite) है। टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के मुताबिक, Cartosat सीरिज के सैटेलाइट्स का इस्तेमाल सितंबर 2016 में उरी के जवाबी हमले में किया गया सर्जिकल स्ट्राइक में किया गया था। उरी हमले भारत के 18 जवान शहीद हो गए थे।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- पाकिस्तान के कब्जे में हैं हमरा एयरफोर्स का जवान
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने 27 फरवरी को जानकारी दी है कि पाकिस्तान का एक फाइटर प्लेन भारतीय वायुसेना ने मार गिराया। वहीं, उन्होंने पुष्टि की है कि भारत ने एक मिग 21 विमान को खोया है और हमारा एक पायलट भी लापता है। लेकिन उन्होंने पायलट के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि इस बारे में जैसे-जैसे सूचना मिलेगी हम जवाब देंगे।
विदेश मंत्रालय ने भारत ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि भारतीय वायुसेना के जवान को पाक सेना की हिरासत में किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंचाया जाए। भारत को उनके तत्काल और सुरक्षित वापसी की भी उम्मीद है। विदेश मंत्रालय ने भारत ने पाकिस्तान द्वारा इंडियन एयरफोर्स के घायल जवान की तस्वीर जारी करने पर हुए इंटरनैशनल ह्यूमैनिटेरियन लॉ और जेनेवा कनवेंशन के मानदंडों के उल्लंघन करने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है।