इसरो ने RISAT-2B का किया सफल प्रक्षेपण, कृषि और आपदा प्रबंधन में मिलेगी मदद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 22, 2019 06:29 AM2019-05-22T06:29:33+5:302019-05-22T06:29:33+5:30
इसरो के मुताबिक रिसैट-2 बी इस्तेमाल कृषि के क्षेत्र, वन विज्ञान और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा। इसके साथ ही सुरक्षाबलों को रिसैट-2 बी से भी काफी मदद मिलेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 22 मई की सुबह 5:30 बजे रडार इमेजिंग भू अवलोकन उपग्रह (रिसैट-2बी) के साथ प्रक्षेपित होने जा रहे भारत के पोलर सैटेलाइट पीएसएलवी-सी46(PSLVC46) को लॉन्च कर दिया है। पीएसएलवी-सी46 का यह 48वां अंतरिक्ष अभियान है। रीसैट-2बी रडार इमेजिंग भू अवलोकन उपग्रह है। प्रक्षेपण के लगभग 15 मिनट के बाद रॉकेट 'आरआईएसएटी-2बी' को यहां से लगभग 555 किलोमीटर दूर कक्षा में स्थापित कर देगा।
Indian Space Research Organisation (ISRO) launches PSLVC46 from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota. PSLVC46 will launch the RISAT-2B radar earth observation satellite into a 555 km-altitude orbit. pic.twitter.com/iY2paDVjls
— ANI (@ANI) May 22, 2019
लॉन्च के बारे में अंतरिक्ष एजेंसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में पहले ही बता दिया था। हालांकि उसमें ये भी कहा गया था कि प्रक्षेपण मौसम की स्थिति पर निर्भर करेगा।
ISRO: #PSLVC46 successfully injects #RISAT2B into Low Earth Orbit. pic.twitter.com/FoS7yroqGX
— ANI (@ANI) May 22, 2019
इसरो के मुताबिक रिसैट-2 बी इस्तेमाल कृषि के क्षेत्र, वन विज्ञान और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा। इसके साथ ही सुरक्षाबलों को रिसैट-2 बी से भी काफी मदद मिलेगी। इसरो भविष्य में रिसैट जैसे छह और नए उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा है। इनमें रिसैट -2 बी के बाद रिसैट-1ए, रिसैट 2ए, रिसैट-2बीआर1, रिसैट-2बीआर2, और रिसैट-1बी प्रमुख उपग्रह हैं। (भाषा इनपुट के साथ)