जीएसएटी-7A मिशन के लिए ISRO ने शुरू की उल्टी गिनती, आज करेगा प्रक्षेपण
By भाषा | Published: December 19, 2018 10:16 AM2018-12-19T10:16:45+5:302018-12-19T15:02:12+5:30
इसरो ने कहा कि इस उपग्रह की आयु आठ साल है। इसका निर्माण भारतीय क्षेत्र में केयू-बैंड के प्रयोगकर्ताओं को संचार क्षमता मुहैया कराने के लिए किया गया है।
भारत, श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भूस्थैतिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) एफ11 के माध्यम से 19 दिसंबर को अपना नया संचार उपग्रह जीएसएटी-7ए को प्रक्षेपित करेगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को बताया कि 2,250 किलोग्राम का जीएसएटी-7ए 35 वां भारतीय संचार उपग्रह है जिसका निर्माण इसरो ने किया है।
इसरो ने कहा कि इस उपग्रह की आयु आठ साल है। इसका निर्माण भारतीय क्षेत्र में केयू-बैंड के प्रयोगकर्ताओं को संचार क्षमता मुहैया कराने के लिए किया गया है।
जीएसएलवी अपनी 13वीं उड़ान में जीएसएटी-7ए को भू समतुल्यकालिक स्थानांतरण कक्ष (जीटीओ) में स्थापित करेगा।
इसरो ने कहा कि इसके लिए उपग्रह में मौजूद संचालन प्रणाली (प्रपल्शन सिस्टम) का इस्तेमाल किया जाएगा।
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि जीएसएटी-7ए अपने प्रपेक्षक से अलग होने के बाद कुछ दिन में अपने कक्ष में पहुंचेगा।
जीएसवीएल-एफ11 इसरो की चौथी पीढ़ी का प्रक्षेपण यान है जिसमें तीन चरण हैं।