IRCTC scam: लालू परिवार और करीबियों पर छापेमारी, जानें बिहार के सीएम नीतीश ने क्या कहा...
By एस पी सिन्हा | Published: March 10, 2023 08:14 PM2023-03-10T20:14:33+5:302023-03-10T20:15:51+5:30
IRCTC scam: लालू परिवार पर हुई छापेमारी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध ली। मंत्री अशोक चौधरी को जब मीडिया ने रोका तो वे दूसरे मसलों पर आराम से बोलते रहे।
पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार और करीबियों के यहां ईडी के द्वारा की गई छापेमारी के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। पटना में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अमर शहीद जुब्बा सहनी की प्रतिमा का अनावरण करने निकले थे।
मीडिया ने जब उनसे ईडी के द्वारा की गई छापेमारी के संबंध में जब उनसे सवाल पूछा तो वह बगैर एक शब्द बोले खामोशी से अपनी गाड़ी में बैठे और निकल गये। ऐसे में नीतीश कुमार और उनकी पार्टी की चुप्पी को लेकर कयास लगाये जाने लगे हैं। ऐसा नहीं है कि लालू परिवार पर हुई छापेमारी पर सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साधी है।
बल्कि कार्यक्रम में गए उनके करीबी मंत्री अशोक चौधरी को जब मीडिया ने रोका तो वे दूसरे मसलों पर आराम से बोलते रहे। लेकिन जैसे ही ईडी की रेड पर सवाल पूछा गया अशोक चौधरी पलट कर अपनी गाड़ी में बैठे और निकल गये। उसी कार्यक्रम में मौजूद जदयू के एक और मंत्री मदन सहनी ने भी मीडिया को साफ साफ कहा कि अभी वे इस मसले पर कुछ नहीं बोलेंगे।
दूसरा सवाल पूछना है तो पूछें। वहीं हर मुद्दे पर बोलने वाले जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी शुक्रवार की रेड पर कुछ नहीं बोला। वे अपने संसदीय क्षेत्र में घूम रहे हैं। वहीं, प्रदेश जदयू के दर्जन भर प्रवक्ताओं की जुबान भी बंद रही। ऐसा नहीं है कि सिर्फ आज नीतीश कुमार ने चुप्पी साधी है।
चार दिन पहले पटना में राबड़ी देवी से सीबीआई के द्वारा की गई पूछताछ और उसके अगले दिन दिल्ली में लालू यादव से हुई पूछताछ के मसले पर भी नीतीश कुमार ने कुछ नहीं बोला था। उससे पहले देश भर के कई विपक्षी नेताओं ने खुला पत्र लिख कर केंद्र सरकार पर सीबीआई और ईडी जैसी संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया था।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद ये पत्र लिखा गया था। इस पत्र पर तेजस्वी प्रसाद यादव ने साइन किया था, लेकिन नीतीश कुमार या उनकी पार्टी के किसी व्यक्ति का हस्ताक्षर नहीं था। नीतीश कुमार ने इस मसले से भी खुद को दूर रखा था। ऐसे में नीतीश कुमार की चुप्पी के निहितार्थ निकाले जाने लगें हैं। सियासी गलियारे में एकबार फिर से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। कहा जा रहा है कि क्या नीतीश कुमार फिर से पलटी तो नही मारेंगे?