स्कूल की प्रार्थना में इकबाल का गीत 'लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी' गवाने पर सस्पेंड हुए हेडमास्टर हुए बहाल, लेकिन चेतावनी के साथ मिली ये सजा
By स्वाति सिंह | Published: October 20, 2019 06:18 PM2019-10-20T18:18:33+5:302019-10-20T18:18:33+5:30
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के प्रशासन ने एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर को बर्खास्त कर दिया गया था। दरअसल, विश्व हिंदू परिषद की स्थानीय इकाई ने शिकायत की थी कि स्कूल में इकबाल की लिखी प्रार्थना 'लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी' कराई जाती है।
पिछले हफ्ते एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर को कवि इकबाल का गीत 'लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी' गवाने के लिए बर्खास्त कर दिया गया था। लेकिन अब हेडमास्टर फुरकान अली को चेतावनी देकर फिर बहाल कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अब फुरकान सिर्फ एक शिक्षक के रूप में काम करेंगे अब उन्हें प्रिंसिपल के रूप में काम करने की इजाजत नहीं है।
दरअसल, उनकी बर्खास्त की खबर मिलने और अली के दिव्यांग होने की जानकारी मिलने के बाद मानवता के आधार पर उन्हें उसी क्षेत्र में दूसरे स्कूल में तैनात कर दिया गया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के प्रशासन ने एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर को बर्खास्त कर दिया गया था। दरअसल, विश्व हिंदू परिषद की स्थानीय इकाई ने शिकायत की थी कि स्कूल में इकबाल की लिखी प्रार्थना 'लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी' कराई जाती है। आमतौर पर यह प्रार्थना मदरसों में कराई जाती है। इसे 1902 में मोहम्मद इकबाल ने लिखा था जिन्हें अल्लामा इकबाल के नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने ही सारे जहां से अच्छा... भी लिखा है।
बीसलपुर के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) उपेंद्र कुमार ने जांच के बाद हेडमास्टर फुरकान अली को सस्पेंड कर दिया गया था। पीलीभीत जिले के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि हेडमास्टर इसलिए सस्पेंड किया गया है क्योंकि वो राष्ट्रगान की बजाए छात्रों से धार्मिक प्रार्थना करवाता था। हालांकि इन आरोपों से इनकार करते हुए फुरकान अली का कहना है कि स्कूल में रोजाना राष्ट्रगान गाया जाता है।