गाजीपुर में प्रदर्शनकारियों की लगातार बढ़ रही है भीड़, प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों का इंटरनेट किया बंद
By अनुराग आनंद | Published: January 30, 2021 11:06 AM2021-01-30T11:06:03+5:302021-01-30T11:11:51+5:30
गाजीपुर बॉर्डर पर लगभग समाप्त हो रहे आंदोलन की तपिश को एक बार फिर से राकेश टिकैत के आंसूओं ने बढ़ा दिया है। बॉर्डर पर एक बार फिर से पहले की तरह लोगों की भीड़ पहुंच गई है।
नई दिल्ली:गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर से भारी संख्या में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों का जत्था आने लगा है। प्रदर्शनकारी किसान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि विरोधी काले कानून को वापस ले।
किसानों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए प्रशासन की बेचैनी एक बार फिर से बढ़ गई है। स्थानीय प्रशासन ने गाजीपुर बॉर्डर के आसपास क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। इंटरनेट सेवा बंद होने से आसपास के भी लोगों को भारी समस्या हो रही है।
30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन किसान मना रहे सद्भावना दिवस-
बता दें कि सभी किसान नेताओं ने आज 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन को सद्भावना दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की है। किसानों ने कहा कि आज दिन भर का वह उपवास रखेंगे।
मिल रही जानकारी के मुताबिक, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के समर्थक शुक्रवार को दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे पर फिर से एकत्र होने लगे और वहां किसानों की भीड़ बढ़ने लगी है।
गाजियाबाद प्रशासन ने यूपी गेट प्रदर्शन स्थल खाली करने का अल्टीमेटम दिया है
हालांकि, गाजियाबाद प्रशासन ने यूपी गेट प्रदर्शन स्थल खाली करने का अल्टीमेटम दिया है जहां बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
बीकेयू के आह्वान पर मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुराबादाबाद एवं बुलंदशहर जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से और अधिक किसान इस आंदोलन में शामिल होने के लिये यूपी गेट पहुंचे।
गाजीपुर में यूपी गेट पर एक समय टकराव की स्थिति बन गयी थी जब बृहस्पतिवार की शाम विरोध स्थल पर लगातार बिजली कटौती देखी गई।
राकेश टिकैत के नेतृत्व में बीकेयू सदस्य पिछले साल 28 नवंबर से धरना पर हैं
वहां राकेश टिकैत के नेतृत्व में बीकेयू सदस्य पिछले साल 28 नवंबर से धरना पर हैं। गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने विरोध स्थल का आधी रात के बाद दौरा किया और स्थिति की समीक्षा की।
सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों की तैनाती
मौके पर सुरक्षा बल तैनात हैं । पुलिस उपाधीक्षक (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है । इसमें राज्य सशस्त्र बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स एवं सिविल पुलिस के जवान शामिल हैं।
इन जवानों को गाजीपुर के आस पास तैनात किया गया है। इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी एवं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने टिकैत से मुलाकात की । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसान आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है।
(एजेंसी इनपुट)