शराब माफिया से सांठगांठ के आरोप में दरोगा गिरफ्तार

By भाषा | Published: January 21, 2021 06:51 PM2021-01-21T18:51:38+5:302021-01-21T18:51:38+5:30

Inspector arrested for colluding with liquor mafia | शराब माफिया से सांठगांठ के आरोप में दरोगा गिरफ्तार

शराब माफिया से सांठगांठ के आरोप में दरोगा गिरफ्तार

हापुड़, 21 जनवरी जनपद के थाना धौलाना के अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्र पुलिस चौकी प्रभारी रहे उप निरीक्षक ब्रजेश यादव को मेरठ पुलिस ने शराब माफिया से सांठगांठ तथा जब्त कैमिकल को शराब माफियाओं को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस अधीक्षक (एसपी) नीरज जादौन ने भी आरोपी दरोगा के खिलाफ जांच शुरू करा दी है और पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) पिलखुवा को जांच अधिकारी बनाया है। उन्होंने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी की बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार बृजेश यादव को निलम्बित करके गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को मेरठ की मवाना कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर जहरीली शराब के साथ मेरठ के गांव जघेड़ी से एक वाहन के साथ इरफान और आसिफ को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उन्हें तालिब द्वारा यह केमिकल धौलाना यूपीएसआईडीसी चौकी से दिलावाया गया था।

सूत्रों के अनुसार मेरठ पुलिस ने इस मामले में छानबीन की तो तत्कालीन चौकी प्रभारी ब्रजेश यादव की मिलीभगत का खुलासा हुआ।

मवाना पुलिस का आरोप है कि दरोगा बृजेश यादव ने शराब माफिया को केमिकल बेचा है। वहीं आरोपी दरोगा ने अपने को निर्दोष बताया है और कहा है कि सिपाहियों ने केमिकल बेचा होगा।

पांच जनवरी-2019 को जनपद गाजियाबाद पुलिस की ओर से मिली जानकारी पर हापुड़ आबकारी और धौलाना पुलिस की टीम ने पंजाब से तस्करी करके लाया गया 24 हजार लीटर इथाइल एल्कोहल यूपीएसआईडीसी क्षेत्र स्थित एक गोदाम से बरामद किया था।

सूत्रों के अनुसार मौके से 120 प्लास्टिक के ड्रम में करीब 24 हजार लीटर इथाइल एल्कोहल बरामद किया गया था। आरोप है कि यूपीएसआईडीसी चौकी पर तैनात दरोगा ब्रजेश यादव ने इथाइल एल्कोहल के आठ ड्रम गांव खिचरा निवासी इरफान व आसिफ राणा के साथ मिलकर शराब माफिया को बेच दिये।

वहीं एसपी हापुड़ नीरज कुमार जादौन ने दरोगा पर लगे आरोपों व कार्यशैली की जांच सीओ पिलखुवा डॉ. तेजवीर सिंह को सौंपी है। सूत्रों के अनुसार जांच एक सप्ताह में पूरी करके पुलिस अधीक्षक को सौंपनी है। सूत्रों के अनुसार जांच रिपोर्ट में यदि दरोगा दोषी पाएं जाते है तो उसकी बर्खास्तगी की रिपोर्ट डीजीपी को भेजी जाएगी।

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Web Title: Inspector arrested for colluding with liquor mafia

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