प्रयागराज एक्सप्रेस के 35 वर्ष पूरे, यात्रियों का मुंह मीठा कराकर और गिफ्ट देकर मनाई गई कोरल सालगिरह
By भाषा | Published: July 17, 2019 06:54 AM2019-07-17T06:54:55+5:302019-07-17T06:54:55+5:30
मंगलवार को कोरल सालगिरह के अवसर पर केक काटा गया तथा प्रयागराज एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे सभी यात्रियों का मुंह मीठा कराया गया। इसके अलावा, वातानुकूलित कोच के यात्रियों को लिनेन के कॉटन बैग भी प्रदान किये गये जिन्हें वे यादगार स्वरुप अपने घर ले जा सकेंगे।
इलाहाबाद से नई दिल्ली के बीच चलने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस ने अपने परिचालन के 35 वर्ष मंगलवार को पूरे किए। इस अवसर पर कोरल सालगिरह मनाई गई और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआईर) की विज्ञप्ति के मुताबिक, 16 जुलाई, 1984 को इस ट्रेन के शुभारंभ के अवसर पर सेवा प्रदान करने वाले रेल कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए इलाहाबाद जंक्शन पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस ट्रेन के शुभारम्भ के समय इसमें प्रथम श्रेणी के 04 कोच, स्लीपर क्लास के 07 कोच, जनरल के 04 कोच तथा 02 एसएलआर सहित कुल 17 कोच थे। उस समय इसमें वैक्यूम ब्रेक वाली बोगियां लगाई गई थीं। इस गाड़ी की लोकप्रियता के कारण बाद में इसकी बोगियों की संख्या बढ़ाकर 21 कर दी गई। वहीं, 2003 में पुरानी बोगियों की जगह नीले रंग की आईसीएफ बोगियां लगाई गईं जिसमें वैक्यूम ब्रेक की जगह एयर ब्रेक का इस्तेमाल किया जाता था।
विज्ञप्ति के मुताबिक, 18 दिसंबर 2016 को प्रयागराज एक्सप्रेस में पुराने आईसीएफ कोचों की जगह नये एलबीएच (लिंक हॉफमैन बुश) कोच लगाये गये जो यात्रियों की सुरक्षित, आरामदायक एवं सुखद यात्रा के लिहाज से आईसीएफ बोगियों से ज्यादा हल्के और लम्बे हैं। इनसे बिजली की खपत में कमी आई है।
कुंभ के समय आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभूति का एहसास कराने एवं कोचों की सुन्दरता बढ़ाने के लिए प्रयागराज एक्सप्रेस की बोगियों पर कुम्भ मेला थीम आधारित विनायल रैपिंग की गई। आने वाले स्टेशन की जानकारी देने के लिए जीपीएस आधारित लोकेशन डेस्टिनेशन डिस्प्ले बोर्ड भी लगाने की तैयारी की जा रही है।
मंगलवार को कोरल सालगिरह के अवसर पर केक काटा गया तथा प्रयागराज एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे सभी यात्रियों का मुंह मीठा कराया गया। इसके अलावा, वातानुकूलित कोच के यात्रियों को लिनेन के कॉटन बैग भी प्रदान किये गये जिन्हें वे यादगार स्वरुप अपने घर ले जा सकेंगे।