कांग्रेस ने कहा- त्योहार के नाम 392 विशेष रेलगाड़ियों में ज्यादा वसूली, पटना से मुंबई का किराया 670 लेकिन 920 रुपये लिया जा रहा है
By शीलेष शर्मा | Published: October 21, 2020 08:04 PM2020-10-21T20:04:18+5:302020-10-21T20:04:18+5:30
उत्तर प्रदेश ,बिहार सहित देश के विभिन्न शहरों में इन दिनों बड़ी संख्या में लोग त्योहारों के कारण यात्रा करते हैं ,इसी कारण रेल मंत्रालय ने भीड़ को देखते हुये विशेष रेल गाड़ियाँ चलाने का फ़ैसला किया है।
नई दिल्लीः त्योहारों के समय मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रहीं 392 विशेष रेल गाड़ियों के किराये को लेकर राजनीतिक जंग शुरू हो गयी है ,यह जंग उस समय शुरू हुयी है जब बिहार चुनाव की गर्मी अपने चरम की ओर बढ़ रही है।
उत्तर प्रदेश ,बिहार सहित देश के विभिन्न शहरों में इन दिनों बड़ी संख्या में लोग त्योहारों के कारण यात्रा करते हैं ,इसी कारण रेल मंत्रालय ने भीड़ को देखते हुये विशेष रेल गाड़ियाँ चलाने का फ़ैसला किया है। रेलगाड़ियाँ तो चला दी लेकिन सरकार ने रेल चलाने के साथ साथ पैसा वसूली का सिलसिला भी जारी रखा।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सामान्य रेल गाड़ियों के मुक़ाबले विशेष रेल गाड़ियों का किराया 25 से 30 फ़ीसदी बढ़ा दिया। कांग्रेस ने सरकार के किराया बढ़ाने के फ़ैसले का विरोध करते हुये इसे तुरंत वापस लिये जाने की मांग की। पार्टी के प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने कहा कि कॅरोना काल में जहाँ एक तरफ लोग बेरोज़गारी की मार झेल रहे हैं, नौकरियाँ छिन चुकी हैं, वेतन कट रहे हैं उस समय लोगों को आर्थिक मदद देने की जगह सरकार उनकी जेबों पर डाका डालने का काम कर रही है।
गौरव बल्लभ ने उदाहरण दिया कि स्लीपर श्रेणी में पटना से मुंबई का किराया 670 रुपये है लेकिन सरकार विशेष रेल गाड़ी में इसी यात्रा का किराया 920 रुपये वसूल रही है। उन्होंने पूछा कि सरकार बताये कि यह बड़ा हुआ किराया क्यों लिया जा रहा है। क्या सरकार सार्वजनिक इकाइयों को व्यापार का ज़रिया मान रही है। उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार विपक्ष बिहार चुनाव में प्रचार के दौरान इस मुद्दे को जोर शोर से उठाने की तैयारी कर रहा है ताकि सरकार को फ़ैसला वापस लेने के लिये मज़बूर किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल त्योहारों के मद्देनजर 196 जोड़ी यानी 392 विशेष रेलगाड़ियां 20 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच चला रही है। पिछले दिनों रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि त्यौहारों के मौसम में यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए ये विशेष रेलगाड़ियां चलाने का फैसला किया गया है। ये रेलगाड़ियां कोलकाता, पटना, वाराणसी, लखनऊ आदि जैसे गंतव्यों के बीच चलेंगी ताकि दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली, छठ पूजा पर लोग अपने घर पहुंच सकें।