हिन्द महासागर में दिखाई दिए चीनी युद्धपोत, भारतीय नौसेना के विमान से क्लिक की गई तस्वीरें
By रामदीप मिश्रा | Published: September 16, 2019 11:36 AM2019-09-16T11:36:37+5:302019-09-16T11:36:37+5:30
भारतीय नौसेना के P-8I समुद्री निगरानी विमान द्वारा तस्वीरें ली गई हैं। यह तस्वीरें सितंबर के पहले पखवाड़े में ली गई हैं। हिन्द महासागर में बेहद महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग हैं जो पूर्व और पश्चिम को जोड़ते हैं।
भारतीय नौसेना ने अपने जलक्षेत्र के नजदीक से संचालित हो रहे चीनी परमाणु युद्धपोतों को ट्रैक किया है। हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ती चीन की उपस्थिति पर चिंताओं के बीच यह नई जानकारी सामने आई है। चीन के युद्धपोत जियान-32 को भारतीय नौसेना के P-8I जासूस विमान ने दक्षिणी हिंद महासागर क्षेत्र में ट्रैक किया।
खबरों के मुताबिक, P-8I समुद्री निगरानी विमान द्वारा तस्वीरें ली गई हैं। यह तस्वीरें सितंबर के पहले पखवाड़े में ली गई हैं। P-8I ने एक अन्य चीनी फ्रिगेट को ट्रैक किया जोकि सोमालिया की खाड़ी में समुद्री डाकुओं से चीनी व्यापारी जहाजों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अदन की खाड़ी में तैनात एंटी पाइरेसी एस्कॉर्ट टास्क फोर्स का हिस्सा है। यह फोटो उस समय ली गई है जब फ्रिगेट हिंद महासागर से गुजर रही थी।
The P-8I tracked another Chinese frigate that is part of its anti piracy escort task force deployed in Gulf of Aden to provide security to Chinese merchant vessels from Somali sea pirates.Pic taken when the frigate was passing through Indian Ocean.(Pic source:Indian Navy sources) https://t.co/qWRbiPTxCgpic.twitter.com/XeAdpiAVNY
— ANI (@ANI) September 16, 2019
भारतीय नौसेना उन सभी चीनी युद्धपोतों पर कड़ी नजर रखती है जो हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश करते हैं। यहां भारत का दबदबा है। हिन्द महासागर में बेहद महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग हैं जो पूर्व और पश्चिम को जोड़ते हैं। वर्तमान युग में हिन्द महासागर क्षेत्र में कई सैन्य घटनाक्रम हो रहे हैं। हिन्द महासागर में चीनी नौसेना की बढ़ती मौजूदगी भारत के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
बता दें कि चीन जिबूती में पहले ही एक लॉजिस्टिक बेस हासिल कर चुका है तथा इसने श्रीलंका से हंबनटोटा बंदरगाह 99 साल के पट्टे पर लिया है। मार्च में भारत के तत्कालीन नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा था कि हिन्द महासागर के उत्तरी क्षेत्र में चीन की बढ़ती मौजूदगी भारत के लिए एक चुनौती है, लेकिन नयी दिल्ली क्षेत्र में चीनी पोतों और पनडुब्बियों की तैनाती पर करीब से नजर रखे हुए है।