भारतीय नौसेना 'हनी-ट्रैप' के मामलों पर सख्त, फेसबुक सहित सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर लगाया बैन
By विनीत कुमार | Published: December 31, 2019 08:39 AM2019-12-31T08:39:32+5:302019-12-31T08:39:32+5:30
रक्षा सूत्रों के अनुसार ये कदम राष्ट्र हित में गोपनीय सूचनाओं की सुरक्षा को पुख्ता बनाए रखने के लिए उठाए गये हैं। पिछले महीने सेना ने भी अपने लोगों को आधिकारिक कामों के लिए व्हाट्सएप इस्तेमाल नहीं करने के निर्देश दिए थे।
चीन और पाकिस्तान के जासूसों से ऑनलाइन गोपनीय सूचनाएं साझा होने से बचाने के लिए एक और मिलिट्री निर्देश के तहत नेवी ने अपनी सभी कर्मियों के फेसबुक के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है। साथ ही उनसे नेवी बेस और डॉकयार्ड सहित वॉरशिप्स में स्मार्टफोन नहीं ले जाने को कहा गया है। ये निर्देश हाल में इसी महीने की शुरुआत में सात नौसैनिकों की गिरफ्तारी के बाद आए हैं।
इन नौसैनिकों को विशाखापट्टनम, कर्नाटक के कारवार से गिरफ्तार किया गया था। साथ ही मुंबई के एक हवाला ऑपरेटर को भी गिरफ्तार किया गया। इन पर महिलाओं के 'हनी ट्रैप' में फंसकर कथित तौर पर पाकिस्तान के लिए गोपनीय सूचना देने का आरोप है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार नेवी हेडक्वॉर्टर की ओर से शुक्रवार को जारी आदेश के अनुसार, 'हाल का कुछ मामलों में जब दुश्मन नेवी के लोगों को सोशल मीडिया पर टार्गेट करने की कोशिश कर रहे हैं, तो ये चिंताजनक बात है और इसलिए आवश्यक कदम उठाने जरूरी हैं।'
आदेश में कहा गया है, 'सभी नेवी कर्मियों के लिए फेसबुक के इस्तेमाल पर बैन है। साथ ही नेवल बेस/डॉकयार्ड/ऑन बोर्ड वॉरशिप पर भी स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर तत्काल प्रभाव से बैन होगा।' साथ ही सुरक्षा के लिहाज से मैसेसिंग एप, ब्लॉगिंग, ई-कॉमर्स साइट्स आदि के इस्तेमाल पर भी बैन होगा।
रक्षा सूत्रों के अनुसार ये कदम राष्ट्र हित में गोपनीय सूचनाओं की सुरक्षा को पुख्ता बनाए रखने के लिए उठाए गये हैं। एक सूत्र ने बताया, 'आंध्र पुलिस की ओर से गिरफ्तार किये गये सात नौसैनिक नेवी और सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसियों के साथ काम कर रहे थे और कथित तौर पर भारतीय जंगी जहाजों और पनडुब्बीयों की तौनाती और उनकी पोजिशन को लेकर जानकारियां लीक कर रहे थे।'
बता दें कि पिछले महीने सेना ने भी अपने लोगों को आधिकारिक कामों के लिए व्हाट्सएप इस्तेमाल नहीं करने के निर्देश दिए थे। साथ ही 'गुप्त नियुक्तियों' वाले अधिकारियों को अपने फेसबुक अकाउंट डिलीट करने को भी कहा गया था। पिछले कुछ सालों में कई ऐसे मामले आए हैं जब पाकिस्तानी एजेंट महिलाओं का इस्तेमाल कर भारतीय सेना से जुड़े लोगों को 'हनी-ट्रैप' कर फंसाने और उनसे गोपनीय सूचना लीक कराने की कोशिश करते रहे हैं।