भारतीय मछुआरे की पाकिस्तानी जेल में मार्च में हुई मौत, परिजनों को अब मिली खबर
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 11, 2018 04:59 AM2018-06-11T04:59:59+5:302018-06-11T04:59:59+5:30
पाकिस्तान की एक जेल में बंद भारतीय मछुआरों पर न जाने क्या जुल्मों सितम होते हैं। पाकिस्तानी जेल में बंद एक भारतीय मछुआरे की मौत महिनों पहले ही हो चुकी थी लेकिन उसकी खबर परिजनों को अब जाकर मिली है।
वडोदरा , 11 जून। पाकिस्तान की एक जेल में बंद भारतीय मछुआरों पर न जाने क्या जुल्मों सितम होते हैं। पाकिस्तानी जेल में बंद एक भारतीय मछुआरे की मौत महिनों पहले ही हो चुकी थी लेकिन उसकी खबर परिजनों को अब जाकर मिली है। गुजरात के इस मछुआरे के परिवार को बीते रविवार को पता चला कि गत चार मार्च को ही उनकी मौत हो गयी थी। मछुआरे के परिवार को यह जानकारी रविवार को तब हुई जब एक साथी कैदी का एक पत्र मछुआरे की पत्नी के पास पहुंचा।
गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के कोटदा गांव निवासी देवा राम बरैया (55) को पाकिस्तानी समुद्री गश्ती एजेंसियों ने गत दो फरवरी को गहरे समुद्र से पकड़ा था। यह जानकारी उसके परिवार के सदस्यों ने दी।
कोटदा गांव के सरपंच बाबूभाई सोमाभाई ने बताया कि बरैया के साथ जेल में बंद प्रवीण धनसुख चावडा ने पत्र बरैया की पत्नी लाभूबेन को गत 22 अप्रैल को लिखा था। उक्त पत्र में बरैया के निधन की सूचना दी गई है। उन्होंने बताया कि लाभूबेन को उक्त पत्र आज मिला।