सीडीएस रावत की बात नहीं आई पसंद! वायुसेना की भूमिका पर एयर चीफ मार्शल ने कह दी बड़ी बात
By अभिषेक पारीक | Published: July 3, 2021 10:30 AM2021-07-03T10:30:02+5:302021-07-03T10:51:53+5:30
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के उस बयान को खारिज कर दिया है, जिसमें रावत ने कहा था कि भारतीय वायुसेना एक सहायक शाखा बनी हुई है।
तीनों सेनाओं के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए एकीकृत सैन्य कमान के गठन की तैयारी चल रही है। एकीकृत कमांड को लेकर वायुसेना को कुछ आपत्तियां हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के बयान के बाद भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने मतभेद को सामने ला दिया है।
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने सीडीएस बिपिन रावत के उस बयान को खारिज कर दिया है, जिसमें रावत ने कहा था कि भारतीय वायुसेना एक सहायक शाखा बनी हुई है। भदौरिया ने कहा कि किसी भी एकीकृत युद्ध अभियान में वायु शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
वायु शक्ति पर एयर चीफ मार्शल भदौरिया की टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब सीडीएस बिपिन रावत ने भारतीय वायुसेना को थल सेना की एक सहायक इकाई बताया था। रावत ने कहा था कि भारतीय वायुसेना को एकल वायु रक्षा कमान को लेकर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। जमीन पर मौजूद बलों को वायु सेना द्वारा सपोर्ट देने की अपेक्षा की जाती है।
एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना सपोर्ट आर्मी नहीं है। जमीन फौज से पहले जाकर वायुसेना किसी भी प्रकार के खतरे को कम करती है। उन्होंने कहा कि वायुसेना जमीनी सेना का सहयोग नहीं करती बल्कि सेनाओं की अगुवाई करती है।
भारतीय वायुसेना की भूमिका के बारे में विस्तार से बताते हुए, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने इसकी वायु रक्षा भूमिका के बारे में बात की और कहा कि थिएटर कमान देश में हवाई क्षेत्र के समग्र प्रबंधन को देखेगी। थिंक-टैंक ‘ग्लोबल काउंटर-टेररिज्म काउंसिल (जीसीटीसी)’ द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में जनरल रावत और एयर चीफ मार्शल भदौरिया अलग-अलग एक सत्र को संबोधित कर रहे थे।
एकीकृत थिएटर कमान के लिए प्रतिबद्ध
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि भारतीय वायुसेना एकीकृत थिएटर कमान की प्रस्तावित स्थापना के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। योजना के अनुसार, थिएटर कमान में सेना, नौसेना और वायु सेना की इकाइयां होंगी और ये सभी एक ऑपरेशन कमांडर के तहत एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के वास्ते एक इकाई के रूप में काम करेंगी।
वर्तमान में अलग-अलग कमान
वर्तमान में थल सेना, नौसेना और वायुसेना के पास अलग-अलग कमान हैं। पूर्वी लद्दाख की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर भदौरिया ने कहा कि चीनी पक्ष ने इस क्षेत्र में अपने बुनियादी ढांचे को बढ़ाया है।