भारत में भूख की विकराल समस्याः ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 102वें स्थान पर, पाकिस्तान से भी 8 पायदान नीचे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 16, 2019 10:46 AM2019-10-16T10:46:06+5:302019-10-16T11:02:35+5:30
2015 के बाद भारत में भूख की समस्या और विकराल होती गई है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स की ताजा रैंकिंग में भारत का स्थान बांग्लादेश और पाकिस्तान से भी काफी नीचे चला गया है। पढ़ें ये रिपोर्ट...
117 देशों के ग्लोबल हंगर इंडेक्स के आंकड़ों में भारत को 102वां स्थान हासिल हुआ है। दक्षिण एशियाई देशों में भारत सबसे पिछड़ा है। अगर ब्रिक्स देशों की बात करें तो भारत कहीं भी नहीं टिकता। 2015 में भारत ने 93वां स्थान हासिल किया था लेकिन उसके बाद स्थिति बिगड़ती चली गई।
दक्षिण एशियाई देशों में सिर्फ पाकिस्तान की रैंकिंग ही भारत से पीछे रहती थी लेकिन 2019 की रैंकिंग में पाकिस्तान ने भी सुधार किया है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स की 2019 की लिस्ट में पाकिस्तान भारत से आठ पायदान ऊपर 94वें स्थान पर आ गया है।
2014 से 2018 के बीच जुटाए गए आंकड़ों से तैयार ग्लोबल हंगर इंडेक्स विभिन्न देशों में कुपोषित बच्चों की आबादी, उनमें लंबाई के अनुपात में कम वजन या उम्र के अनुपात में कम लंबाई वाले पांच वर्ष तक के बच्चों का प्रतिशत और पांच वर्ष तक के बच्चे की मृत्यु दर पर आधारित हैं।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 6 माह से 23 माह के बीच के 10 प्रतिशत से भी कम बच्चों को संतुलित भोजन उपलब्ध हो पाता है। अगर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों की बात करें तो यह 6.4 प्रतिशत है। भारत में भूख की स्थिति बेहद भयावह होती जा रही है। इस बीच साल 2000 के बाद से नेपाल ने अपने स्थिति में सबसे बेहतरीन सुधार किया है।
जलवायु परिवर्तन का भी भोजन के गुणवत्ता पर गहरा असर पड़ा है। अनाज के पोषक तत्व गायब होते जा रहे हैं। ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट दुनिया भर के लिए इशारा कर रही है कि भले ही साल 2000 के बाद दुनिया में सुधार हुआ हो लेकिन भूख की समस्या को पूरी तरह समाप्त करने के लिए एक लंबा रास्ता तय किया जाना बाकी है।