राफेल लड़ाकू विमान की मारक क्षमता में होगी और बढ़ोतरी, 60-70KM तक के लक्ष्य पर मार करने वाली हैमर मिसाइल से होंगे लैस
By सुमित राय | Published: July 23, 2020 03:52 PM2020-07-23T15:52:04+5:302020-07-23T15:52:04+5:30
29 जुलाई को भारत आ रहे 5 राफेल लड़ाकू विमान की मारक क्षमता में और बढ़ोतरी होगी, क्योंकि अब इसे हैमर मिसाइल से लैस किया जा रहा है।
चीन के साथ सीमा पर चल रहे विवाद के बीच भारतीय वायु सेना राफेल लड़ाकू विमान की क्षमता और बढ़ाने जा रही है, जिसकी पहली खेप 29 जुलाई को फ्रांस से भारत आ रही है। राफेल लड़ाकू विमान को फ्रांस की हैमर मिसाइल से लैस किया जा रहा है, जिसकी क्षमता लगभग 60-70 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर मार करने की है। मोदी सरकार द्वारा सशस्त्र बलों को दी गईं खरीदारी की आपातकालीन शक्तियों के तहत हैमर मिसाइलों के लिए ऑर्डर दिया गया है।
एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है, "हैमर मिसाइलों के लिए आदेश दिया जा रहा है और फ्रांसीसी अधिकारियों ने कम समय में राफेल लड़ाकू विमानों के लिए इसकी आपूर्ति पर सहमति व्यक्त की है। वायु सेना द्वारा इन मिसाइलों की तत्काल आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए फ्रांसीसी अधिकारी ग्राहकों के लिए मौजूद स्टॉक से मिसाइलों को भारत को मुहैया कराएंगे।"
क्या है हैमर मिसाइल की खासियतें
HAMMER (हाइली एजाइल मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज) एक मध्यम श्रेणी का एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल है, जिसे फ्रांसीसी वायु सेना और नौ सेना के लिए डियाइन और बनाया गया था। यह मिसाइल पहाड़ी स्थानों सहित किसी भी प्रकार के इलाके में किसी भी बंकर या ठिकानों को ढूंढकर हमला करने में सक्षम है और यह पूर्वी लद्दाख जैसे क्षेत्रों में कारगर होगा। हालांकि वायुसेना के प्रवक्ता ने नए अधिग्रहण से संबंधित घटनाक्रम की पुष्टि या खंडन करने से इनकार कर दिया।
कोविड-19 के कारण राफेल की डिलिवरी में हुई देरी
बता दें कि 29 जुलाई को 5 राफेल विमान फ्रांस से भारत आ रहे हैं, जिसकी डिलिवरी पहले मई महीने के अंत तक होनी थी, लेकिन भारत और फ्रांस दोनों देशें में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था। भारत और फ्रांस के बीच हुए समझौते के अनुसार सितंबर 2022 तक 36 राफेल विमान की डिलिवरी होनी है।