रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज पहुंचेंगे भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे
By विशाल कुमार | Published: December 6, 2021 08:29 AM2021-12-06T08:29:22+5:302021-12-06T08:32:33+5:30
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह विशेष रूप से विशेषाधिकार प्राप्त रूसी-भारतीय संबंधों को और विकसित करने के लिए पीएम मोदी के साथ बड़े पैमाने पर पहल पर चर्चा करना चाहते हैं।
नई दिल्ली:रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज एक दिन के दौरे पर भारत पहुंचेंगे और इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
भारत और रूस रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु और विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के बीच नई दिल्ली में पहली 2+2 वार्ता भी करेंगे, जिसमें महत्वपूर्ण द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के साथ एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति एवं अफगानिस्ताव और सीरिया की स्थिति पर चर्चा होगी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत पहुंचेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। pic.twitter.com/jwqb8iyc0e
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2021
पुतिन ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह विशेष रूप से विशेषाधिकार प्राप्त रूसी-भारतीय संबंधों को और विकसित करने के लिए पीएम मोदी के साथ बड़े पैमाने पर पहल पर चर्चा करना चाहते हैं।
रूसी राष्ट्रपति ने बुधवार को विदेशी राजदूतों से मुलाकात के एक समारोह के दौरान कहा था कि यह साझेदारी दोनों राज्यों के लिए वास्तविक पारस्परिक लाभ लाती है। द्विपक्षीय व्यापार अच्छी गतिशीलता दिखाता है; ऊर्जा क्षेत्र, नवाचार, अंतरिक्ष और कोरोनावायरस टीकों और दवाओं के उत्पादन में संबंध सक्रिय रूप से विकसित हो रहे हैं।
बता दें कि, नवंबर 2019 में ब्रासीलिया में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर बैठक के बाद पुतिन और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक होगी।
शिखर सम्मेलन के दौरान रक्षा, व्यापार, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और संस्कृति में सहयोग को गहरा करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एस-400 वायु रक्षा प्रणाली का मॉडल सौंपने वाले हैं।
दोनों देश भारत में एके-203 असॉल्ट राइफलों के उत्पादन के लिए 5,100 करोड़ रुपये से अधिक का एक बड़ा सौदा भी करेंगे। इन राइफलों का उत्पादन उत्तर प्रदेश के अमेठी में किया जाएगा।
एके-203 राइफलें तीन दशक से अधिक समय पहले शामिल की गई इंसास राइफल्स की जगह लेंगी। भारतीय सेना को इनमें से 7.5 लाख राइफलें हासिल करने की उम्मीद है।
एएनआई ने कहा है कि दोनों पक्ष इगला वायु रक्षा प्रणाली सौदे पर चर्चा करेंगे लेकिन इस यात्रा के दौरान इस पर हस्ताक्षर होने की संभावना नहीं है।