यूनेस्को में पाकिस्तान ने उठाया कश्मीर का मुद्दा तो भारत ने लगाई लताड़, कहा- 'वो देश आतंकवाद का डीएनए है'
By एएनआई | Published: November 15, 2019 08:23 AM2019-11-15T08:23:23+5:302019-11-15T08:23:23+5:30
पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए भारत की ओर से कहा गया कि ये ऐसा देश है जहां के नेता खुले तौर पर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल परमाणु युद्ध की धमकी और दूसरे हथियारों के इस्तेमाल और जंगों की बातों के लिए करते हैं।
फ्रांस की राजधानी में पेरिस में यूनेस्को की आम सभा में भारत ने जम्मू-कश्मीर के बारे में दुनिया भर में झूठ और भ्रम फैलाने के लिए पाकिस्तान को जम कर लताड़ लगाई है। भारत ने कहा कि पैसे की तंगी से जूझ रहा एक देश खुद 'आतंकवाद का डीएनए' बना हुआ है।
यूनेस्को की आम सभा में भारतीय दल का नेतृत्व कर रहीं अनन्या अग्रवाल ने कहा, 'पाकिस्तान के पागलपन वाले व्यवहार ने उसे कमजोर अर्थव्यवस्था के साथ एक नाकाम देश की श्रेणी में ला खड़ा किया है। इसने समाज को जड़ कर दिया है और आतंकवाद का डीएनए इसमें अंदर तक बस चुका है।'
अग्रवाल ने साथ ही कहा, 'हम यूनेस्को का गलत इस्तेमाल करने और इसे भारत के खिलाफ जहर उगलने और राजनीति का मंच बनाने के लिए पाकिस्तान की निंदा करते हैं।'
अग्रवाल ने अपनी बातों में ये भी उल्लेख किया कि पाकिस्तान 2018 में कमजोर और नाकाम देशों की श्रेणी में 14वें नंबर पर था। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चरमपंथी विचारधारा से लेकर अतिवादी और आतंकवाद, हर तरह के अंधेरे का घर बन गया है।
पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए भारत की ओर से कहा गया कि ये ऐसा देश है जहां के नेता खुले तौर पर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल परमाणु युद्ध की धमकी और दूसरे हथियारों के इस्तेमाल और जंगों की बातों के लिए करते हैं। अग्रवाल का इशारा इसी साल सितंबर में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के संयुक्त राष्ट्र के आमसभा में दिये भाषण की ओर था। इस भाषण में इमरान खान ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अगर दोनों देशों में परमाणु युद्ध हुआ को इसका नुकसान सीमाओं से भी आगे होगा।
अनन्या अग्रवाल ने इस चर्चा के दौरान पैनल से कहा, 'हम सब लोग जो यहां हैं, वे क्या इस बात का भरोसा कर सकेंगे, अगर मैं उनसे कहूं कि पाकिस्तान के एक पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने हाल में ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादी और हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तान का हीरो करार दिया था।'
अनन्या अग्रवाल ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 1947 में पाकिस्तान में अलप्संख्यकों की जनसंख्या 23 प्रतिशत थी जो अब घटकर 3 फीसदी रह गया है। अग्रवाल ने कहा कि भारत मजबूती से पाकिस्तान द्वारा फैलाये जा रहे झूठ को खारिज करता है।