India-Pakistan Conflict: पाकिस्तान ने 300-400 'तुर्की' ड्रोन से 36 जगहों को निशाना बनाया, 8 मई के हमले पर भारत ने कहा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: May 9, 2025 18:13 IST2025-05-09T18:00:38+5:302025-05-09T18:13:11+5:30
India-Pakistan Conflict: विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष ने विशेष पूजा स्थलों को निशाना बनाया, यह पाकिस्तान की एक और घटिया हरकत है।

file photo
India-Pakistan Conflict: सरकार ने शुक्रवार को कहा कि 8 मई को भारतीय शहरों पर हुए हमले में पाकिस्तान सेना ने संभवतः तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया था। भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की दरमियानी रात हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। पाकिस्तान ने सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए बृहस्पतिवार रात लेह से लेकर सर क्रीक तक 36 जगहों पर 300 से 400 ड्रोन भेजे हैं। बठिंडा सैन्य अड्डे को निशाना बनाने के लिए एक पाकिस्तानी सशस्त्र मानवरहित विमान भेजा गया, प्रयास विफल कर दिया गया।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान सरकार ने कहा कि गिराए गए ड्रोन से बरामद मलबे के प्रारंभिक फोरेंसिक विश्लेषण से पता चलता है कि वे तुर्की निर्मित "असिसगार्ड सोंगर" मॉडल थे, जिन्हें आमतौर पर निगरानी और सटीक हमलों के लिए तैनात किया जाता है। प्रेस ब्रीफिंग का सह-नेतृत्व करने वाली विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, "आठ-नौ मई 2025 की मध्यरात्रि को, पाकिस्तानी सेना ने सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से पूरी पश्चिमी सीमा पर भारतीय हवाई क्षेत्र का कई बार उल्लंघन किया।"
उन्होंने कहा कि "पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर के हथियारों से गोलीबारी भी की।" बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठ भी हुई। "अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर, लेह से सर क्रीक तक छत्तीस स्थानों पर लगभग तीन सौ से चार सौ ड्रोन और गैर-गतिज साधनों के साथ ड्रोन घुसपैठ का प्रयास किया गया।"
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष ने विशेष पूजा स्थलों को निशाना बनाया, यह पाकिस्तान की एक और घटिया हरकत है। हमारे सशस्त्र बलों ने उन्नत प्रणालियों का इस्तेमाल करते हुए कई पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया।
पाकिस्तानी हमले नाकाम करने के लिए एस-400 मिसाइल, बराक-8, आकाश मिसाइल का इस्तेमाल हुआ : सूत्र
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की ओर से किए हमलों को नाकाम करने के लिए भारत ने एस-400 ट्रायम्फ मिसाइल प्रणाली, बराक-8 मिसाइल, सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल और डीआरडीओ की ड्रोन रोधी तकनीकों का इस्तेमाल किया। उच्च पदस्थ सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि भारत की ओर से सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइलें दागकर तनाव बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन उसकी हर एक मिसाइल को निष्प्रभावी कर दिया गया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर को भी निशाना बनाया गया, जिसे आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माना जाता है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सात-आठ मई की दरमियानी रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल का इस्तेमाल कर उत्तरी और पश्चिमी भारत में अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित कई जगहों पर सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की।
सूत्रों ने बताया कि भारत ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तान के सभी प्रयासों का तेजी और सटीकता के साथ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आक्रमण पर भारत की त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया ने भारतीय वायु रक्षा तंत्र की ताकत को प्रदर्शित किया।