भारत में जल्द शुरू होगी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस! जेफ बेजोस और एलन मस्क लेकर आ रहे हैं बड़ी योजना
By विनीत कुमार | Published: October 1, 2021 05:47 PM2021-10-01T17:47:24+5:302021-10-01T17:50:37+5:30
रिपोर्ट्स के अनुसार जेफ बेजोस और एलन मस्क के प्रतिनिधियों ने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस मुहैया कराने को लेकर अलग-अलग योजना भारत सरकार के सामने रखी है।
नई दिल्ली: दुनिया के दो बड़े उद्योगपति जेफ बेजोस और एलन मस्क भारत में हाई स्पीड ब्रॉडबैंड और इंटरनेट सर्विस मुहैया कराने के मामले में सुनील मित्तल की एयरटेल और मुकेश अंबानी के रिलायंस जियो के लिए प्रतिदवंद्वी बनकर उभर सकते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार बेजोस और मस्क के प्रतिनिधियों ने इस संबंध में अलग-अलग योजना भारत सरकार के सामने रखी है। सूत्रों के अनुसार मस्क के सैटेलाइट इंटरनेट वेंचर स्टारलिंक और अमेजॉन के प्रतिनिधियों ने अलग-अलग मौकों पर टेलिकॉम मंत्रालय से इस संबंध में बात की है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार टेलिकॉम विभाग के सूत्र ने बताया, 'इन कंपनियों के प्रतिनिधि ने हमसे चर्चा की है और वे भारत में इंटरनेट सर्विस देना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि वे जल्द लाइसेंस के लिए अप्लाई करेंगे।'
वर्तमान में, वनवेब कंपनी ने भी सार्वजनिक रूप से अगले साल तक भारत में सेटेलाइट आधारित सेवाओं को लॉन्च करने की योजना की घोषणा की है। वनवेब में मित्तल की भारती ग्लोबल की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। वनवेब को दूरसंचार विभाग से नेशनल लॉन्ग डिस्टेंस (एनएलडी) लाइसेंस प्राप्त हो चुका है।
सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस से ग्रामीण इलाकों को होगा फायदा
सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों, रेगिस्तान, पहाड़ों और संवेदनशील सहित कटे हुए इलाकों के लिए फायदेमंदर होंगी। इन इलाकों में इंटरनेट की मौजूदा बहुत कम है।
बहहरहाल दूरसंचार विभाग ने कहा है कि सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस देने वाली कंपनियों को सरकार के सभी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
बता दें कि सैटेलाइट इंटरनेट के लिए पारंपरिक जमीनी इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं होती है। यह तार से नहीं बल्कि लेजर बीम का इस्तेमाल कर डाटा ट्रांसफर करता है। इसमें सिग्नल भेजने के लिए सैटेलाइट का इस्तेमाल करता है। इसके लिए पृथ्वी के निचले ऑर्बिट के सैटेलाइट का का इस्तेमाल किया जाता है।