भारत-चीन के बीच लेफ्टिनेंट कमांडर स्तर पर हुई बात, पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से हटने पर बनी सहमति
By स्वाति सिंह | Published: June 23, 2020 02:31 PM2020-06-23T14:31:55+5:302020-06-23T14:35:37+5:30
भारत और चीनी सेना के बीच पिछले हफ्ते गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव कम करने के उद्देश्य से सोमवार को 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और तिब्बत सैन्य जिला कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन के बीच करीब 11घंटे तक बातचीत हुई।
नयी दिल्ली: भारत और चीन के टॉप सेना कमांडरों के बीच सोमवार को हुई बैठक के दौरान दोनों देशों की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से हटने पर सहमति बनी है। इस बात की जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी है। उन्होंने बताया कि यह बातचीत, ‘‘सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक और रचनात्मक माहौल’’ में हुई और यह निर्णय लिया गया कि दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से हटने के तौर तरीकों को अमल में लाएंगे।
भारत और चीनी सेना के बीच पिछले हफ्ते गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव कम करने के उद्देश्य से सोमवार को 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और तिब्बत सैन्य जिला कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन के बीच करीब 11घंटे तक बातचीत हुई। सूत्र ने बताया,‘‘ टकराव से पीछे हटने पर आपसी सहमति बनी है। पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से हटने के तौर तरीकों पर चर्चा की गई और दोनों पक्ष द्वारा इन्हें अमल में लाया जाएगा।’’
सीमा पर तनाव कम करने के लिए भारत-चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की हुई वार्ता
भारत और चीनी सेना के बीच पिछले हफ्ते गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव कम करने के लिए सोमवार (22 जून) को दोनों देशों की सेनाओं के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की दूसरे दौर की वार्ता हुई। पूर्वी लद्दाख में चुशुल सेक्टर के चीनी हिस्से में स्थित मोल्दो में सुबह करीब 11:30 बजे बैठक शुरू हुई और रात तक जारी रही।
15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद
पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 15 जून की रात भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है। गलवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ चीन द्वारा निगरानी चौकी बनाए जाने का विरोध करने पर चीनी सैनिकों ने पत्थरों, कील लगे डंडों, लोहे की छड़ों आदि से भारतीय सैनिकों पर हमला किया था। जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए, जिसमें एक कर्नल भी शामिल थे।
चीन ने माना- 15 जून को गलवान में उनके कमांडिंग अफसर भी मारे गए
हालांकि चीन ने माना कि इस झड़प के दौरान उनके कमांडिंग अफसर मारे गए थे। हालांकि चीन ने झड़प में हताहत हुए अपने सैनिकों का आंकड़ा नहीं बताया है, लेकिन ऐसी खबरें हैं कि चीनी सेना के एक कमांडिंग अधिकारी समेत कई सैनिक झड़प में मारे गए हैं। मारे गए सैनिकों की संख्या नहीं बताने वाली बात पर चीन ने कहा है कि इससे दोनों देशों में और भी ज्यादा तनाव बढ़ सकता है। लेकिन भारतीय सेना के सूत्रों ने दावा किया है कि गलवान नदी के किनारे 45 चीनी सैनिक भी मारे गए या हताहत हुए हैं।