भारत और ओमान ने संबंधों की समीक्षा की, व्यापार और निवेश बढ़ाने का निर्णय किया
By भाषा | Published: January 14, 2021 11:54 PM2021-01-14T23:54:34+5:302021-01-14T23:54:34+5:30
नयी दिल्ली,14 जनवरी भारत और ओमान ने बृहस्पतिवार को अपने संबंधों की समीक्षा की और कोविड-19 से उबरने के बाद व्यापार तथा निवेश को दोबारा गति देने का संकल्प व्यक्त किया।
इंडिया-ओमान स्ट्रेटेजिक कंसल्टेटिव ग्रुप (आईओएससीजी) की यहां बैठक हुई जिसमें भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीवी एंड ओआईए) संजय भट्टाचार्य ने की और ओमान के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई वहां के विदेश मंत्रालय में राजनयिक मामलों के अवर सचिव शेख खलीफा बिन अली अल हार्थी ने की।
महामारी की शुरुआत के बाद ओमान की ओर से भारत की यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत ने ओमान को भरोसा दिलाया है कि वह कोविड-19 के टीके की जरूरत पर उसकी मदद करेगा।
इसने कहा कि दोनों पक्षों ने संतोष व्यक्त किया कि महामारी के बावजूद उन्होंने निकट संपर्क बनाए रखा तथा अपने रणनीतिक संबंधों को और मजबूत बनाने की गति बरकरार रखी।
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने राजनीतिक, ऊर्जा, व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष, खनन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति क्षेत्रों सहित भारत-ओमान संबंधों की समग्र समीक्षा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ओमान के अवर सचिव से मुलाकात की और सुल्तान हेथम बिन तारिक के शासनकाल के एक वर्ष पूरा होने पर ओमानी पक्ष को बधाई दी।
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