लद्दाख विवाद: भारत-चीन के बीच सैन्य बैठक से पहले हुई विदेश मंत्रालय के अफसरों में चर्चा, जानें किन मुद्दों पर हुई बात

By सुमित राय | Published: June 5, 2020 09:25 PM2020-06-05T21:25:14+5:302020-06-05T21:42:57+5:30

लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद पर सैन्य बैठक से पहले शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के अफसरों में चर्चा हुई।

India and China hold talks at highest diplomatic level since standoff at LAC | लद्दाख विवाद: भारत-चीन के बीच सैन्य बैठक से पहले हुई विदेश मंत्रालय के अफसरों में चर्चा, जानें किन मुद्दों पर हुई बात

भारत-चीन के बीच सैन्य बैठक से पहले विदेश मंत्रालय के अफसरों में चर्चा हुई। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsलद्दाख में चल रहे सीमा विवाद पर शुक्रवार को भारत और चीन के विदेश मंत्रालय के अफसरों में चर्चा हुई।इस बैठक में सहमति बनी कि दोनों देश अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से सुलझाएं।भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच छह जून को चुशूल-मोलडो क्षेत्र में बैठक होनी है।

लद्दाख में भारत और चीन के बीच पिछले महीने से जारी सीमा गतिरोध के को हर करने के लिए होने वाली लेफ्टिनेंट जनरल स्तरीय बातचीत से पहले शुक्रवार को विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्व एशिया) ने लद्दाख विवाद पर चीन के विदेश मंत्रालय के महानिदेशक से बातचीत की।

संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव और चीन के विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल वूं जिंघाओ के बीच हुई बैठक में दोनों पक्षों ने वर्तमान घटनाक्रमों सहित द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की समीक्षा की।

विदेश मंत्रालय ने भारत-चीन वार्ता पर कहा कि दोनों पक्षों में सहमति बनी कि दोनों देश अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से सुलझाएं। दोनों पक्षों ने चीन और भारत के नेताओं के बीच बनी इस सहमति को याद किया कि स्थिर संबंध दुनिया के लिए सकारात्मक कारक होगा।

6 जून को होनी है वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच बैठक

भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच छह जून को बैठक होगी। यह वार्ता चुशूल-मोलडो क्षेत्र में होगी। भारत की ओर से 14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह चीन के मेजर जनरल लिउ लिन के साथ बात करेंगे। दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में महीने भर से चले आ रहे गतिरोध को समाप्त करने के मकसद से विशेष प्रस्तावों पर विचार-विमर्श कर सकते हैं। यह भारतीय और चीनी सेना के बीच पहली गहन वार्ता होगी जिसका नेतृत्व दोनों सेनाओं के लेफ्टिनेंट जनरल करेंगे।

चीन और भारत के बीच सीमा को लेकर क्या विवाद है?

भारत और चीन के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी एलएसी पर विवाद है। चीन अरुणाचल प्रदेश पर दावा करता है और इसे दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है। वहीं, भारत इसे अपना अभिन्न अंग करार देता है। दोनों पक्ष कहते रहे हैं कि सीमा विवाद के अंतिम समाधान तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता कायम रखना जरूरी है।

क्या है भारत और चीन के बीच लद्दाख में ताजा विवाद

बता दें कि लद्दाख में वास्तवित नियंत्रण रेखा (LAC) से सटे कुछ क्षेत्रों में चीन के साथ बीते 5 मई से तनाव की स्थिति कायम है। चीन ने लद्दाख में अक्साई चिन की गलवां घाटी में भारत की ओर से एक महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण को लेकर अपनी आपत्ति जताई थी। पांच मई को लगभग 250 भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच लोहे की छड़ों और डंडों के साथ झड़प हुई थी। इसमें दोनों तरफ के कई सैनिक घायल हो गए थे।

इसके बाद चीनी सैनिक 9 मई को सिक्किम के नाथू ला में भी भारतीय सैनिक के साथ उलझ गए थे। उस झड़प में दोनों ओर से करीब 10 सैनिकों को चोटें आई थीं। इसके बाद ही दोनों पक्षों ने लद्दाख में जवानों की तैनाती बढ़ा दी है। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा गया है कि गलवान घाटी के इलाके से दोनों मुल्कों की सेनाएं पीछे हट गई हैं, लेकिन इन खबरों की सेना द्वारा पुष्टि नहीं की गई हैं। समाचारों के मुताबिक, भारतीय सेना अपने इलाके में एक किमी पीछे आई है और चीनी सेना भारतीय क्षेत्र से दो किमी पीछे हट गई है।

Web Title: India and China hold talks at highest diplomatic level since standoff at LAC

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