भारत और चीन के बीच बनी बात, 12वें दौर की बातचीत के बाद दोनों देश गोगरा हाइट्स से सेना हटाने पर सहमत
By अभिषेक पारीक | Published: August 3, 2021 05:49 PM2021-08-03T17:49:17+5:302021-08-03T18:01:27+5:30
भारत और चीन के मध्य सीमा पर पिछले साल से जारी सीमा विवाद को लेकर बात बनती नजर आ रही है। 12वीं दौर की बातचीत के बाद दोनों के बीच अपने-अपने सैनिकों को 17ए पेट्रोल पॉइंट (गोगरा हाइट्स) से हटाने पर सहमति बनी है।
भारत और चीन के मध्य सीमा पर पिछले साल से जारी सीमा विवाद को लेकर बात बनती नजर आ रही है। 12वीं दौर की बातचीत के बाद दोनों के बीच अपने-अपने सैनिकों को 17ए पेट्रोल पॉइंट (गोगरा हाइट्स) से हटाने पर सहमति बनी है। पूर्वी लद्दाख में स्थित इस पॉइंट को लेकर पिछले साल मई से गतिरोध बना हुआ था।
सूत्रों के मुताबिक, पैंगोंग झील इलाके से फरवरी में दोनों देशों ने अपनी सेनाओं को हटाया था। हालांकि गोगरा हाइट्स दोनों देशों के बीच सहमति नहीं बन सकी थी और मामला लंबित था। बातचीत के बाद अब दोनों देशों की सेनाएं जल्द ही इस इलाके से हट सकती हैं। हालांकि अभी भी पीपी-15 (हॉट स्प्रिंग) और देपसांग इलाकों को लेकर के फिलहाल दोनों देशों के बीच किसी तरह की सहमति नहीं बनी है।
संयुक्त बयान जारी किया
बता दें कि भारत और चीन के बीच 12वें दौर की बातचीत 31 जुलाई को चुशुल-मोल्डो मे हुई थी। जिसके बाद दो अगस्त को संयुक्त बयान जारी किया गया। बयान में बातचीत को रचनात्मक बताया गया है और कहा गया कि इसने आपसी समझ को और बढ़ाया है। साथ ही कहा कि दोनों पक्ष मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार शेष मुद्दों को जल्द हल करने के लिए बातचीत और वार्ता की गति बनाए रखने के लिए सहमत हुए हैं।
14 जुलाई को मिले थे विदेश मंत्री
12वें दौर की बैठक से पहले 14 जुलाई को दोनों देशों के विदेश मंत्री दुशांबे में मिले थे। वहीं 25 जुलाई को भारत चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय तंत्र की भी बैठक हुई थी। जिसमें वास्तविक नियंत्रण रेखा के पश्चिमी क्षेत्र से सेना हटाने को लेकर चर्चा की गई थी। इससे पहले दोनों देशों के बीच 11वें दौर की बातचीत के दौरान गतिरोध बना रहा था। चीन ने हॉट स्प्रिंग, गोगरा और देपसांग में अपनी सेना को पीछे हटाने से इनकार कर दिया था।