दिल्ली में दशकों बाद बंगला खाली करेंगे शत्रुघ्न सिन्हा, खड़गे सहित ये नेता, 265 नये सांसदों को है मकानों का इंतज़ार
By हरीश गुप्ता | Published: June 17, 2019 05:58 AM2019-06-17T05:58:31+5:302019-06-17T05:58:31+5:30
लोकसभा चुनाव में हार का मुंह देखने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहित लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले लगभग तमाम नेताओं को ताजा लोकसभा चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ा था.
शत्रुघ्न सिन्हा, कलराज मिश्रा, अनंत गीते, मल्लिकार्जुन खड़गे, उपेंद्र कुशवाहा, शरद यादव को अगले दो सप्ताह में प्रतिष्ठापूर्ण ल्यूटन इलाके से अपने सरकारी बंगले खाली करना होंगे. सरकार ने 265 नये सांसदों को बंगले आवंटित करने के लिए सभी पूर्व मंत्रियों व पूर्व सांसदों को बंगले खाली करने को कहा है. लोकसभा के एस्टेट हाउस कमेटी निदेशालय ने पूर्व सांसदों को तत्काल बंगले खाली करने के लिए पहले ही सूचित कर दिया है.
इनमें से दर्जनभर से ज्यादा सांसद दशकों से इन बंगलों में रह रहे थे. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया लगभग चार दशक रहने के बाद अगले 15 दिन में सफदरजंग रोड स्थित बंगला खाली करने जा रहे हैं. यही स्थिति 7, तुगलक रोड पर रहने वाले शरद यादव की है. हालांकि उनका मामला अदालत में विचाराधीन है. राजद के चिन्ह पर लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण उनका राज्यसभा के लिए अपात्र होना तय है.
लोकसभा चुनाव में हार का मुंह देखने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहित लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले लगभग तमाम नेताओं को ताजा लोकसभा चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ा था. सभी को बंगले खाली करने पड़ेंगे. भूपिंदर सिंह हुड्डा पिछले कुछ दशकों से पंडित पंत मार्ग पर रह रहे थे. उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा के भी चुनाव हार जाने के कारण उनको बंगला खाली करना ही पड़ेगा.
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सुषमा स्वराज, उमा भारती, कलराज मिश्रा ने चुनाव नहीं लड़ा था. उन्हें अब तक कोई सरकारी पद भी नहीं दिया गया है. ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए उनके प्रयास जारी हैं. आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा के 303 सांसदों में से 133 और कांग्रेस के 52 से 30 सांसद नये हैं. वायएसआर कांग्रेस के 18, द्रमुक के 17 सांसद नये हैं. शिवसेना के भी चार नये सांसद हैं.