Coronavirus: शिलांग अस्पताल की नई पहल, अब दूसरे राज्यों के गंभीर मरीजों को करेगा भर्ती
By भाषा | Published: April 3, 2020 12:15 PM2020-04-03T12:15:27+5:302020-04-03T12:15:27+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने फैसला किया है कि वो कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से इतर, केवल उन्हीं मरीजों को अपने अस्पताल में भर्ती करेगा जिनकी हालत नाजुक होगी।
शिलांग: शिलांग के एक प्रतिष्ठित अस्पताल ने निर्णय लिया है कि वह दूसरे राज्यों के कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से इतर, केवल उन्हीं मरीजों को अपने अस्पताल में भर्ती करेगा जिनकी हालत नाजुक होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाले स्वायत्त पूर्वोत्तर इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विज्ञान संस्थान (NEIGRIHMS) ने एहतियात के तौर पर यह नियम बनाया है।
NEIGRIHMS के निदेशक डीएम थप्पा ने कहा कि यह नियम राज्य सरकार द्वारा गुरूवार को मिले निर्देश के बाद बनाया गया है। कोविड-19 (COVID-19) महामारी के खत्म होने तक यह नियम प्रभावी रहेगा। थप्पा ने कहा कि ऐसे मरीज जिन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं है लेकिन वे गंभीर हालत में है तो केवल ऐसे ही मरीजों को अस्पताल भर्ती करेगा, लेकिन इसके लिए भी इन मरीजों को अपने राज्य के स्वास्थ्य प्रशासन से अपने गंभीर रूप से बीमार होने का प्रमाणपत्र लाना होगा।
एनईआईजीआरआईएचएमएस इस निर्देश के साथ ही कहा है कि ऐसे मरीज के साथ सिर्फ एक व्यक्ति ही अस्पताल में रह सकता है लेकिन ऐसे व्यक्ति को सरकार के निर्देश के अनुसार 14 दिन तक पृथक रहना होगा। मुख्य सचिव एम एस राव ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के असम, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की सरकारों को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। एनईआईजीआरआईएचएमएस में पूर्वोत्तर क्षेत्र के दूसरे राज्यों के मरीज इलाज के लिए आते हैं। मेघालय में अभी कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन राज्य सरकार वायरस को रोकने के लिए कई कदम उठा रही है।