Jharkhand Ki Taja Khabar: हॉट स्पॉट बने हिंदपीढ़ी के निवासियों ने जमकर मचाया गदर, तैनात CRPF जवानों पर किया हमला, कहा- नहीं मानेंगे कानून
By एस पी सिन्हा | Published: May 17, 2020 03:59 PM2020-05-17T15:59:38+5:302020-05-17T16:01:26+5:30
रांची में कोरोना को लेकर बने हॉट स्पॉट एरिया हिंदपीढी में लोगों ने शनिवार की रात को यहां तैनात सीआरपीएफ जवानों पर हमला कर दिया
रांची:झारखंड की राजधानी रांची में कोरोना को लेकर बने हॉट स्पॉट हिंदपीढ़ी में लोगों ने शनिवार की रात को यहां तैनात सीआरपीएफ जवानों पर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट की। एक छोटी सी घटना के बाद भीड़ अनियंत्रित हो गई और क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बलों को निशाना बना पत्थर चलाने लगी।
मामला पूर्व पार्षद मोहम्मद असलम व सीआरपीएफ के जवानों के बीच विवाद के बाद बिगड़ा था। इसके बाद अनियंत्रित भीड को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और जवानों को यहां बल प्रयोग करना पड़ा स्थिती अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
इस संबंध में रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि जवानों के साथ बहस के बाद लोगों ने पथराव किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए जवानों ने एहतियाद कदम उठाये थे। मौके पर स्थानीय लोगों से बातचीत कर मामला शांत करा दिया गया है साथ ही बलों की तैनाती की गई है, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। कहा जा रहा है सीआरपीएफ के जवान इलाके में लॉकडाउन का उल्लंघन करने से रोक रहे थे। तभी एक पार्षद के नेतृत्व में कुछ लोगों ने जवानों के साथ मारपीट की और हंगामा किया।
इस इलाके में लोगों के साथ कोरोना के कारण सख्ती की जा रही है, इस बात से ही यहां के लोग नाराज है। जिसके कारण जवानों पर पथराव कर दिया। पूर्व वार्ड पार्षद मोहम्मद असलम शाम करीब सात बजे अन्य स्थानीय लोगों के साथ घर से बाहर निकले थे। इसे लेकर सीआरपीएफ जवानों ने उन लोगों के साथ बहस की और इसके बाद मारपीट भी की। इस बात से नाराज उसने करीब एक हजार लोगों को लेकर पहुंचा और हंगामा के बाद पथराव करा दिया।
पुलिस के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि हिन्दपीढी क्षेत्र में रात में उपद्रवियों द्वारा अशान्ति पैदा करने की कोशिश गईं। इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त राय महिमापत रे एवं वरीय पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता पूरे दलबल के साथ मौके पर पहुंचे तथा मामले को शांत करवाया गया।
उन्होंने बताया कि उपायुक्त के निर्देशानुसार पूरे क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। वहीं, रांची के उपायुक्त ने बताया कि अब हिंदपीढ़ी में पूरी स्थिति नियंत्रण में है। उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक खुद मौके पर कमान संभाले हुए हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की जा रही है।
बताया जाता है कि स्थिती पर नियंत्रण के लिए भीड़ पर पर आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट भी चलाए गए। थोडी देर के लिए हिंदपीढी का थर्ड स्ट्रीट, माली टोला, ग्वाला टोली आदि इलाका रणक्षेत्र बना हुआ था। कुछ लोग पारंपरिक हथियार के साथ भी घरों से बाहर निकले हुए थे।
इस पूरी घटना में दोनों तरफ से करीब दर्जनभर लोगों को हल्की चोटें आई हैं। उधर, हिंदपीढी में घटित इस पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू हो गई है। जगह-जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला जा रहा है ताकि दोषियों के विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई हो सके। यहां बता दें कि बीते 14 अप्रैल को भी हिंदपीढी में पुलिस टीम पर पथराव किया गया था।
यहां उल्लेखनीय है कि रांची के हिंदपीढ़ी सबसे अधिक कोरोना के मरीज है। यहां पर लगातार कोरोना के मरीज मिल रहे थे। इस इलाके को सील करने के बाद भी लोग बाहर निकल और भाग जा रहे थे। जिसके बाद सरकार ने सीआरपीएफ जवानों की एक कंपनी यहां पर तैनात कर दिया। जिसका असर हुआ कि यहां पर कोरोना के मरीज कम मिलने लगे। लेकिन यहां के लोगों को यह रास नहीं आया।
रांची में कुल 103 मरीज मिले हैं। जिसमे सबसे अधिक हिंदपीढी के लोग है। यहां पर दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। कहा तो यह भी जा रहा है कि हिंदपीढी ईलाके के लोगों के द्वारा भारी विरोध के कारण इस ईलाके के लोगों की जांच रोक दी गई है। ऐसे में जानकारों की अगर मानें तो जांच कराई जाये तो अभी भी सैकडों कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ सकते हैं। लेकिन अल्पसंख्यक इलाका होने के कारण सरकार भी चुप्पी साध रही है। अभी झारखंड में कुल मरीजों की संख्या 217 है.
दरअसल, यह इलाका हॉटस्पॉट बनकर उभरा है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने इलाके के 15 एंट्री और एक्जिट पॉइंट को सील कर दिया था। पूरा इलाका सील कर कर्फ्यू भी लगाया गया था। लेकिन इसके बावजूद यहां के लोग प्रशासन के इन कदमों का उल्लंघन करने में लगे हुए थे। 13 अप्रैल की देर रात हुए बवाल के बाद भी अगले दिन यहां रूक-रूक कर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था।
हिंदपीढ़ी के थर्ड स्ट्रीट और सरफराज चौक के समीप जमकर हंगामा हुआ था। हंगामे के दौरान प्रशासन की बैरिकेडिंग को लोगों ने तोड दिया। लोग लॉकडाउन और कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सडक पर जमा हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस के वरीय अधिकारी भी मोहल्ला पहुंचे और मामले को शांत कराया, इस दौरान कुछ लोगों ने पत्थरबाजी भी की थी।