पटना मेडिकल कॉलेज में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पर स्याही फेंकी, डेंगू रोगी से मिलने गए थे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 15, 2019 12:49 PM2019-10-15T12:49:37+5:302019-10-15T15:18:53+5:30
बक्सर के सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता अश्विनी चौबे पटना मेडिकल कॉलेज का दौरा कर रहे थे। वह अस्पताल में डेंगू रोगियों से मिलने गए थे। हालांकि वह शख्स भागने में कामयाब रहा। इस बीच मंत्री ने कहा कि "जनता, लोकतंत्र और लोकतंत्र के स्तंभ पर फेंकी गई स्याही।"
बिहार के विवादास्पद राजनीतिक नेता पप्पू यादव के एक समर्थक ने यहां केंद्रीय मंत्रीय अश्विनी चौबे पर मंगलवार को उस समय स्याही फेंक दी जब वह शहर में डेंगू की रोकथाम के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इंतजामों का जायजा लेने के बाद अपनी कार में सवार होने वाले थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे मरीजों से मिलने तथा अस्पताल के डॉक्टरों और अधिकारियों से चर्चा करने के बाद अपनी कार में सवार होने वाले थे कि उसी समय वाहन के पास स्याही भरी बोतल आकर गिरी। मंत्री के साथ मौजूद लोग इस घटना से हक्का-बक्का रह गए।
मंत्री की कार, मुख्यत: बोनट तथा मंत्री की सीट के सामने वाले शीशे पर स्याही गिरी। हालांकि, चौबे इससे अछूते रहे। चौबे ने घटनास्थल पर मौजूद पत्रकारों से कहा कि ‘‘यह उन लोगों का काम है जो राजनीति में आने से पहले अपराध की दुनिया में थे।’’
#WATCH Bihar: A man threw ink on Union Minister of State for Health & Family Welfare Ashwini Choubey while he was visiting dengue patients at Patna Medical College & Hospital. The man managed to escape. Minister says "Ink thrown on public, democracy and the pillar of democracy." pic.twitter.com/gVxsfdLz8d
— ANI (@ANI) October 15, 2019
केंद्रीय मंत्री ने हालांकि, यादव का नाम नहीं लिया, लेकिन चौबे जब तक अस्पताल में रहे, मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी (जेएपी) से जुड़े लोग पटना की सड़कों पर जल जमाव के दौरान और उसके चलते वेक्टर जनित बीमारियां फैलने के बाद लोगों को राहत और उचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने में ‘‘सरकार की उदासीनता’’ के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
समाचार चैनलों पर प्रसारित फुटेज में घटना के बाद सुरक्षाकर्मी दो लोगों का पीछा करते दिखे, लेकिन घटना के संदिग्ध इन लोगों को पकड़ा नहीं जा सका। इनमें से एक व्यक्ति ने टी शर्ट और काली जीन्स पहन रखी थी। बाद में टी शर्ट पहना व्यक्ति एक स्थानीय समाचार चैनल पर दिखा और खुद को जेएपी की छात्र शाखा का सदस्य तथा अपना नाम निशांत झा बताया। उसने कहा कि वह ‘‘आम लोगों की तरफ से गुस्सा व्यक्त करना चाहता था जिनकी आवाज सत्ता में बैठे लोग कभी नहीं सुनते।’’
पिरबहोर थाने के प्रभारी रिजवान अहमद खान ने कहा, ‘‘हमने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है और हम शरारत करने वालों को जल्द पकड़ेंगे।’’ सितंबर में भारी बारिश की वजह से पटना की सड़कों के जलमग्न होने के दौरान यादव राहत कार्य करते दिखे थे।
उन्होंने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की नौकाओं में सवार होकर लोगों को भोजन, पानी, कपड़े और यहां तक कि जरूरतमंदों को नकदी तक बांटी थी। स्याही फेंकने की घटना के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, ‘‘मैं आज सुबह ही दिल्ली से लौटा हूं। मैं यह कह सकता हूं कि जनता के मन में सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ गुस्सा है। घटना को मुझसे या मेरी पार्टी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। यह लोगों का गुस्सा है जो प्रकट हुआ है।’’