भारत मिशन शक्ति: भारत तीन मिनट में इस सेटेलाइट को मारकर बना अंतरिक्ष की 'महाशक्ति'

By स्वाति सिंह | Published: March 27, 2019 03:21 PM2019-03-27T15:21:14+5:302019-03-27T15:21:14+5:30

पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया है कि तीन मिनट के अंदर भारत ने अंतरिक्ष में लो अर्थ ऑर्बिट में लगभग 300 किलोमीटर की दूरी पर सैटलाइट को मात्र 3 मिनट में मार गिराया।

In mission shakti India destroyed missile was out of service. know more about it | भारत मिशन शक्ति: भारत तीन मिनट में इस सेटेलाइट को मारकर बना अंतरिक्ष की 'महाशक्ति'

ज्यादातर लियो सैटेलाइट का इस्तेमाल टेलीकम्युनिकेशन में होता है।

Highlightsमिशन शक्ति के तहत एंटी सैटेलाइट मिसाइल ‘ए.सैट’ से 'लो ऑर्बिट क्षेत्र' में तीन मिनट में लाइव सेटेलाइट को गिरा कर इस परीक्षण को पूरा किया गया।भारत से पहले यह ताकत केवल अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी। ये तकनीक सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन के पास है।

लोकसभा चुनाव से बिलकुल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बड़ी घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में किसी सेटेलाइट को मार गिराने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। पीएम मोदी ने बताया कि इस परीक्षण को 'मिशन शक्ति' का नाम दिया गया था और भारत के लिए इसे पूरा करना बड़ी उपलब्धि है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मिशन शक्ति के तहत एंटी सैटेलाइट मिसाइल ‘ए.सैट’ से 'लो ऑर्बिट क्षेत्र' में तीन मिनट में लाइव सेटेलाइट को गिरा कर इस परीक्षण को पूरा किया गया।

भारत से पहले यह ताकत केवल अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी। बता दें कि ये तकनीक सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन के पास है। सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य इंग्लैंड और फ्रांस भी अंतरिक्ष में ये सफलता पाने में असफल रहे हैं। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया है कि तीन मिनट के अंदर भारत ने अंतरिक्ष में लो अर्थ ऑर्बिट में लगभग 300 किलोमीटर की दूरी पर सैटलाइट को मात्र 3 मिनट में मार गिराया। जिस सैटेलाइट को ध्वस्त किया गया वह भारत का ही आउट ऑफ सर्विस सैटेलाइट था। यानि अब इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। यह पृथ्वी की सतह से 300 किमी की ऊंचाई पर अंतरिक्ष में था। 

बता दें कि ज्यादातर सैटेलाइट का इस्तेमाल टेलीकम्युनिकेशन में होता है। इसमें ईमेल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसे डाटा कम्युनिकेशन काम शामिल है। ये सैटेलाइट काफी तेज गति से चलते हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार डीआरडीओ के पूर्व प्रमुख और नीति आयोग के सदस्य वीके श्रीवास्तव ने बताया, 'यह शानदार उपलब्धि है। अगर कोई दुश्मन अंतरिक्ष का सैन्यकरण करने की कोशिश करता है या हमारे स्पेस क्षमता के इस्तेमाल से रोकता है तो हम उससे निपट सकेंगे।'  

पीएम ने बताया कि इस मिशन के तहत सभी लक्ष्यों को हासिल किया गया और भारत में ही निर्मित सेटेलाइट का इस्तेमाल किया गया।पीएम ने कहा, 'आज हमारे पास पर्याप्त सेटेलाइट हैं जो विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, आपदा प्रबंधन, संचार, मौसम की जानकारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।' 

पीएम ने कहा, 'ए-सैट मिसाइल भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम को नई शक्ति देगा। मैं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को बताना चाहता हूं कि इसका इस्तेमाल किसी के खिलाफ नहीं किया जाएगा। यह पूरी तरह से भारत की अपनी रक्षा की कोशिश है। हम अंतरिक्ष में हथियारों की रेस के खिलाफ हैं।'
 

Web Title: In mission shakti India destroyed missile was out of service. know more about it

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे